मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी : एनीकटों से रेत का अवैध दोहन करने वालों पर होगी कठोर कार्रवाई
बेमेतरा सहित कम वर्षा वाले जिलों में पेयजल और निस्तारी जल की उपलब्ध सुनिश्चित करने तैयार की जाए विशेष कार्य योजना-मुख्यमंत्री ने की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की काम-काज की समीक्षा
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नदी-नालों में निर्मित एनीकटों से रेत का अवैध दोहन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है और अधिकारियों को सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। डॉ. सिंह ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि ऐसे लोगों के बारे में यह जानकारी मिली है कि वे एनीकटों का गेट खोल देते हैं और वहां का पानी व्यर्थ बह जाने के बाद उनके द्वारा रेत का अवैध उत्खनन किया जाता है। इससे एनीकटों के आसपास के गांवों के लोगों को निस्तार और पेयजल तथा सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाता। मुख्यमंत्री ने कहा कि संबंधित जिला प्रशासन को ऐसे लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करनी होगी। डॉ. सिंह ने बेमेतरा जिले में भू-जल स्तर में गिरावट पर चिन्ता प्रकट की और वहां के लिए पेयजल आपूर्ति की विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि कम वर्षा वाले मुंगेली, रायपुर, महासमुन्द, बलौदाबाजार-भाटापारा जिलों के लिए भी निस्तार और पेयजल की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली जाए। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की सचिव सुश्री शहला निगार को कम वर्षा वाले पांच जिलों का व्यक्तिगत रूप से दौरा कर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के ऐसे ग्रामीण इलाकों का चिन्हांकन कर लिया जाए, जहां आने वाले समय में जल की उपलब्धता कम होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों के गांवों में पानी टंकी और सोलर पम्प स्थापित कर पेयजल और निस्तार के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकती है। ऐसी छोटी-छोटी योजनाएं लोगों के लिए काफी उपयोगी होंगी और इनका रख-रखाव भी आसानी से किया जा सकेगा।
डॉ. सिंह ने एक माह में अधिकारियों से ऐसे सभी क्षेत्रों का दौरा कर जिले के प्रभारी मंत्री, जिला प्रशासन के अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वीकृत समूह जल प्रदाय योजनाओं और शहरी क्षेत्रों की नल-जल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि नल-जल योजनाएं तैयार करते समय यह भी ध्यान रखा जाए कि ऐसी योजनाएं बेहतर रख-रखाव के साथ लम्बे समय तक संचालित की जा सकें। बैठक में मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह, जनसम्पर्क विभाग के सचिव श्री संतोष मिश्रा, मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव श्री रजत कुमार, नगरीय प्रशासन, विकास विभाग के विशेष सचिव डॉ. रोहित यादव और संचालक जनसम्पर्क श्री राजेश सुकुमार टोप्पो सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।