अमेरिकी संस्था द्वारा बालोद पुलिस को प्रदान किया गया अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार : मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दी बधाई
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां उनके कार्यालय कक्ष में बलौदाबाजार जिले के पुलिस अधीक्षक श्री आरिफ शेख ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि इस माह की 15 तारीख को अमेरिका के सेन डीएगो (कैलिफोर्निया) में राज्य के बालोद जिले की पुलिस को सामुदायिक पुलिसिंग के लिए अमेरिका के वर्जीनिया स्थित इंटर नेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ ऑफ पुलिस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया । उन्होंने पुरस्कार स्वरुप प्राप्त ट्राफी मुख्यमंत्री को दिखाई। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए बालोद जिले की पुलिस और विशेष रुप से श्री आरिफ शेख को बधाई और शुभकामनाएं दी। उल्लेखनीय है कि श्री शेख ने बालोद जिले के पुलिस अधीक्षक के रुप में सामुदायिक पुलिसिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है, वे पुरस्कार लेने सेन डीएगो गए थे।
श्री शेख ने मुख्यमंत्री को बताया कि इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ ऑफ पुलिस 123 साल पुरानी संस्था है, जिसका मुख्यालय वर्जीनिया में है। यह संस्था 18 साल से दुनिया भर में सामुदायिक पुलिसिंग के लिए चुनी गयी सर्वश्रेष्ठ संस्थाओं को पुरस्कार दे रही है। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर का सर्वोच्च पुरस्कार है, जिसे सामुदायिक पुलिसिंग का ऑस्कर भी कहा जाता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि इस पुरस्कार के लिए 200 से अधिक देशों ने आवेदन किया था और 800 से ज्यादा नामांकन आए थे। छत्तीसगढ़ की बालोद पुलिस न्यूयार्क, कैलिफोर्निया, कनाड़ा और बिजिंग पुलिस को पीछे छोड़ते हुए इस पुरस्कार के लिए चुनी गई है। यह पहला अवसर है, जब इंटर नेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ ऑफ पुलिस द्वारा जब भारत के किसी जिले को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का सर्वोच्च पुरस्कार दिया गया है। श्री आरिफ शेख ने बताया कि बालोद पुलिस द्वारा चलाए गए ‘‘नवोदय’’ अभियान के अतंर्गत मिशन ई-रक्षा, मिशन पूर्ण शक्ति व मिशन जीवदया को समयबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया गया है। मिशन ई-रक्षा साइबर अपराध के संबंध में आम जनता को जागरूक करने हेतु चलाया जा रहा है। बालोद पुलिस द्वारा प्रशिक्षित विद्यार्थियों (ई-रक्षक) व पुलिस स्टाफ के माध्यम से मोबाईल, आनलाईन तथा साइबर अपराध के संबंध में, ग्रामीण क्षेत्रो में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
श्री शेख ने बताया-मिशन जीवदया का उद्देश्य जनता की सहभागिता से दुर्घटना जन्य स्थानां का चिन्हाकन कर दुर्घटना होने की स्थिति में स्थानीय नागरिको की सहभागिता से प्राथमिक उपचार करना है। दुर्घटना के तत्काल बाद 40 मिनट को गोल्डन पिरियड कहा जाता है। अगर इस समय सही उपचार मिल जाए तो मृत्यु दर 80 प्रतिशत घट जाता है इस सिन्द्वात का अनुकरण करते हुए बालोद पुलिस द्वारा जीवदया समिति का गठन किया गया है एवं समिति को प्रशिक्षण एवं मेडिकल किट प्रदाय किया गया है। मिशन पूर्ण शक्ति बालोद पुलिस द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु चलाया जा रहा अभियान है। महिलाओं को सभी क्षेत्रों में सशक्त बनाना व आत्म विश्वास की भावना जागृत कर सशक्त समाज के निर्माण में सहभागी बनाना। पूर्ण शक्ति के तहत ‘‘रेडी टू रियेक्ट’’ माड्यूल के तहत आत्मरक्षा का प्रशिक्षण एवं कानूनी अधिकारो के संबंध में जानकारी देना शामिल है। बालोद पुलिस द्वारा जागरूक महिलाओं को कमाण्डो की उपाधि देने के साथ-साथ जिले की 100 महिलाओं को विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) का दर्जा दिया गया है।