दलाई लामा की भारत यात्रा को लेकर चीन ने काफी नाराजगी जताई थी। हालांकि ये नाराजगी अब दलाई लामा के अरूणाचल प्रदेश के दौरे के बाद ज़्यादा देखने को मिली। दलाई लामा के हाल ही में हुए अरुणाचल प्रदेश दौरे से खफा चीन ने अपने नक्शे में राज्य की छह जगहों के नाम बदल दिए हैं।
दलाई लामा इसी महीने 7 अप्रैल को चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश के तवांग पहुंच थे। उनके इस दौरे का चीन ने जोरदार विरोध किया था। दरअसल, चीन हमेशा से अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का दक्षिणी हिस्सा और दलाई लामा को सेपेरेटिस्ट लीडर बताता रहा है। चीनी मीडिया के मुताबिक, इस कदम का मकसद चीन का अरुणाचल प्रदेश पर फिर एकबार कब्जा जताना है।
अरूणाचल प्रदेश चीन का है ये चीन का दावा
बता दें कि चीन दावा करता है कि अरुणाचल प्रदेश साउथ तिब्बत है, जो उसकी इलाके में आता है। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, “चीन की सिविल अफेयर मिनिस्टरी ने 14 अप्रैल को एलान किया कि सेंट्रल गवर्नमेंट के नियमों के तहत साउथ तिब्बत की छह जगहों के नाम बदले गए हैं। इनमें चीनी कैरेक्टर्स और तिब्बती व रोमन एलफावेट का इस्तेमाल किया गया है।“
क्या नाम रखे गए?
ये हैं नए नाम
चीन ने इन 6 जगहों के नए नाम वो वोगनीलिंग, मिला री, क्वाइदेंगार्बो री, मेनक्वाका, ब्यूमो ला और नमकापुब री रखे गए हैं। भारत-चीन 20 साल से सीमा विवाद का हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं। 19 राउंड की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई हल नही निकला है। दोनों देशों में 3488 किलोमीटर लंबी एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) को लेकर विवाद है। हालांकि, चीन अरुणाचल प्रदेश वाले हिस्से को भी विवादित मानता है।