आतंकवाद के जन्मदाता के साथ चीन
बीजिंग। जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी करने के बाद दुनिया से अलग-थलग पड़े पाक का चीन ने सपोर्ट किया है। जी हां रविवार को गोवा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ‘पाकिस्तान को आंकवाद’ का जन्मदाता कहने पर चीन अपने पुराने सहयोगी पाकिस्तान के पक्ष में उतर आया है। उसने कहा कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार है तथा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसने बड़ी कुर्बानियां दी है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस बात का सम्मान करना चाहिए।
चुन्यांग ने संवाददाताओं से कहा कि चीन आतंकवाद के हर रूप का विरोध करता है और मानता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपना सहयोग बढ़ाना चाहिए लेकिन इसी के साथ ही किसी खास देश,जाति विशेष और धर्म विशेष को आतंकवाद से जोड़ने का भी विरोध करता है। सुश्री हुआ ने कहा,“ यह सर्वविदित है कि भारत और पाकिस्तान आतंकवाद के शिकार हैं। पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में काफी प्रयास किए हैं और बड़ी कुर्बानियां भी दी हैं। मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसका सम्मान करना चाहिए।”
ब्रिक्स और बिम्सटेक समिट में रविवार को आतंकवाद के मुद्दे पर प्रमुखता से चर्चा हुई थी। नरेंद्र मोदी ने कहा था, ’हमारा एक पड़ोसी देश आतंकवाद को पालने-पोसने में लगा है। आतंकवाद हमारे पड़ोसी देश का दुलारा बच्चा बन गया है और अब यही बच्चा अपने मां-बाप के नेचर के बारे में बता रहा है। उन्होंने ब्रिक्स देशों के नेताओं से कहा कि वे इस खतरे से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करें। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उसकी कड़ी निंदा करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत के पड़ोस में एक देश है जो सिर्फ आतंकवादियों को शरण नहीं देता, बल्कि ऐसी सोच को पाल-पोस रहा है जो सरेआम यह कहती है कि राजनीतिक फायदों के लिए आतंकवाद जायज है।