”यूनाइटेड नेशंस इंटरनेशनल योगा डे” से पहले चीन में योग का जादू छा गया है। यहाँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं और इसमें चीनी नागरिक बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। चीनी अधिकारियों का कहना है कि वे भारत के बाद योग का दूसरा सबसे बड़ा उत्सव चीन में आयोजित करेंगे। बीजिंग की प्रसिद्ध महान दीवार सहित कई पार्को, झीलों और रिजॉर्ट को योग स्थान के तौर पर तैयार किया गया है और इन जगहों पर अधिकारिक और गैर-अधिकारिक योग कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।
मार्शल आर्ट्स जितना ही लोकप्रिय हुआ योग
कई सालों में योग यहां काफी लोकप्रिय हुआ है और यह चीन के प्राचीन शारीरिक फिटनेस वाले मार्शल आर्ट्स को टक्कर दे रहा है। योग को अधिकारिक मंजूरी चीनी प्रधानमंत्री ली क्वींग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके दौरे पर साझा कार्यक्रम में दी थी। चीन ने संयुक्त राष्ट्र में भारत द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने वाले प्रस्ताव का भी समर्थन किया था। भारत के बाद पहला योग कॉलेज भारत और चीन द्वारा साझा रूप से कुनमिंग में यूनान मिंजु युनिवर्सिटी में खोला गया है। युनिवर्सिटी ने भी कई योग कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
कल सबसे बड़ा कार्यक्रम, चीन की महान दीवार पर होगा
भारतीय योग विशेषज्ञ मनमोहन भंडारी ने कहा है कि जब से संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को योग दिवस घोषित किया है, तब से चीन के बडे-छोटे सभी शहरों में इस दिन को योग उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। वह अपनी चीनी पत्नी यीन यान के साथ मिलकर ‘योगी-योगा स्कूल’ चलाते हैं। भारतीय दूतावास भी इस मौके पर दर्जनों कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। सबसे बड़ा कार्यक्रम चीन की महान दीवार पर 20 जून को आयोजित किया जाएगा। पहली बार दूतावास, आयुष मंत्रालय और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के साथ मिलकर 20 युवा योग दूतों को यहां आमंत्रित किया है।