इतिहास बनाने वाली मणिका बत्रा और मौमा दास का जीत का सफर डसेलडोर्फ में चल रही वर्ल्ड टेबल टेनिस चैंपियनशिप में शुक्रवार को क्वार्टरफाइनल में चीनी जोड़ी डिंग निंग और लियू शीवेन से हार होते ही थम गया। यहां चौथी वरीयता प्राप्त नंबर 1 और नंबर 2 चीनी खिलाड़ियों ने भारतीय जोड़ी को एकतरफा अंदाज में 4-0 से पराजित कर सेमीफाइनल में जगह बनाई। डिंग निंग और लियू शीवेन ने मणिका बत्रा और मौमा दास को 11-7, 11-7, 11-1, 11-3 से पराजित किया।
खुश भी और निराश भी – मौमा & मणिका
इतिहास बनाने वाली भारतीय जोड़ी अपने प्रदर्शन से खुश भी हैं और टूर्नामेंट में सफर समाप्त होने पर निराश भी हैं। वर्ल्ड चैंपियनशिप में सबसे अधिक बार हिस्सा लेकर पहली एशियाई बनने वाली मौमा ने कहा कि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और क्वार्टरफाइनल तक का सफर तय किया। हम हार से निराश हैं लेकिन अंतिम 8 में जगह बनाना भी हमारे लिये कम उत्साहजनक नहीं है।
हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया
उल्लेखनीय है कि भारतीय जोड़ी को प्री क्वार्टरफाइनल में वाकओवर मिला था जब हालैंड और पोलैंड की ली जेई और ली क्विेन की जोड़ी में से क्विेन के बीमार होने से यह जोड़ी मुकाबले से हट गयी थी। मणिका ने कहा कि हम भले ही क्वार्टरफाइनल मुकाबला हार गये हों लेकिन हमने चीन के शीर्ष खिलाड़ियों से टक्कर लेकर खुश हैं। हम निराश नहीं हैं। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
सर्वाधिक हिस्सा लेने वाली पहली एशियाई मौमा के लिये संभवत: अंतिम विश्व चैंपियनशिप
वर्ल्ड चैंपियनशिप में सबसे अधिक बार हिस्सा लेकर पहली एशियाई बनने वाली 33 वर्षीय मौमा के लिये संभवत: यह अंतिम विश्व चैंपियनशिप थी। कोलकाता की मौमा ने 1997 में मैनचेस्टर में सम्पन्न विश्व चैंपियनशिप में पहली बार हिस्सा लिया था और इसके बाद वह 8 बार विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुकी हैं।