बिना इंजन के पटरी पर दौड़े मालगाड़ी के डिब्बे, टला हादसा
आपने हमेशा ट्रेन के डिब्बों को इंजन के साथ ही दौड़ते देखा होगा। लेकिन क्या कभी डिब्बे बिना इंजन के दौड़ते देखे हैं। नहीं ना। ऐसा होना मुश्किल है। लेकिन उत्तराखंड में हुई एक ऐसी ही घटना एक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी। जी हां, उत्तराखंड में रेलवे अधिकारियों की लापरवाही के कारण यहां के चंपावत जिले के टनकपुर रेलवे स्टेशन से खटीमा तक एक मालगाड़ी के आठ डिब्बे बिना इंजन के 30 किमी तक पटरी पर दौड़े । हालांकि इस घटना से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
- - Advertisement - -
इज्जतनगर के जनसपंर्क अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड में चंपावत जिले के टनकपुर से उत्तप्रदेश के मझौला के बीच 50 किमी तक पिछले साल से परिवर्तन के लिए निर्माण कार्य चल रहा है। छोटी लाइन से बड़ी लाइन के लिए परिवर्तन के निर्माझा के चलते कई स्टेशन को बंद कर रखा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मालगाड़ी के 8 डिब्बे बिना इंजन के पटरी पर दौड़ रहे थे। इन स्टेशनों के बीच में पडऩे वाले रेलवे फाटक भी खुले हुए थे, जिससे कोई बड़ी दुघर्टना घट सकती थी। हालांकि कई जानवरों के बीच में आने से मौत हो गई। बता दें कि टनकपुर पर्वतीय क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण खटीमा से कुछ ऊंचाई पर है जिसके कारण माल गाड़ी के डिब्बे 50 से 60 किमी की गति से दौड़ रहे थे। हालांकि खटीमा में पटरी नहीं होने और अन्य लोहे का सामान रखे होने से टकराने के कारण डिब्बे रूक गए।
- - Advertisement - -