ना राहुल, ना प्रियंका, शीला दीक्षित को बनाया कांग्रेस सीएम कैंडिडेट, UP से है पुराना नाता
इतने दिनों से अटकलें लगाई जा रही थी कि यूपी इलेक्शन में कांग्रेस से सीएम पद के लिए कौन उम्मीदवार होगा। सबकी उम्मीद प्रियंका और राहुल गांधी पर टिकी हुई थी। कई बार तो खबरें ऐसी भी आई कि प्रियंका गांधी को ही यूपी में सीए उम्मीदवार बनाया जाए। सभी नेता भी एकमत थे और लोग भी सहमत थे। लेकिन सभी कि उम्मीदों पर पानी फिर गया हैं। अब न राहुल और न प्रियंका अब तो यूपी के सीएम पद के लिए कांग्रेस ने किसी और चेहरे को ही चुना है जो दिल्ली पर कई सालों से राज करती आई हैं।
यूपी में 14 प्रतिशत ब्राहम्ण वोट पर नजर रखने वाली शीला दीक्षित को यूपी का सीएम कैंडिडेट घोषित कर दिया गया है। यूपी के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने आज नई दिल्ली में शीला दीक्षित को यूपी में अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री कैंडिडेट घोषित कर दिया हैं।
पीके लगा रहे दम
कांग्रेस की नैया पार कराने वाले कांग्रेस के इलेक्शन स्ट्रैटजिस्ट प्रशांत किशोर 2017 में विधानसभा चुनाव को चौतरफा लड़ाई में तब्दील करने की जुगाड़ में हैं। प्रशांत किशोर की कोशिश है कि वे यूपी विधानसभा चुनाव की 403 सीटों में से कांग्रेस को कम से कम 100 सीटों पर विजयीं बना कर कांग्रेस को एक बड़ी जीत दिलाएं। ऐसे में सपा, बसपा और भाजपा पर दबाव बनाने के लिए शीला दीक्षित फायदेमंद साबित हो सकती है।
शीला दीक्षित का है यूपी से नाता
शीला दीक्षित यूपी के लिए कोई नयी उम्मीदवीर नहीं है उनका राजनीति और यूपी से गहरा नाता है। शायद यहीं वजह है कि उन्हे कांग्रेस से सीएम पद के लिए चुना जाने वाला हैं। आपको बता दे कि शीला दीक्षित की ससुराल उन्नाव जिले में हैं। इसका फायदा उन्हे मिल सकता हैं। वे 1984 से 1989 तक यूपी के कन्नौज सीट से सांसद रहीं इस दौरान वे केंद्र मंत्री भी रहीं।
हालांकि अभी इस खबर की पुष्टि नहीं है कि शीला दीक्षित को ही कांग्रेस की ओर से यूपी का सीएम कैंडिडेट खड़ा किया जाएगा। लेकिन राज बब्बर की दिल्ली में चल रही बैठक के बाद ये सब साफ हो जाएगा कि कौन संभालेगा यूपी में कांग्रेस की कमान।