100 देशों में साइबर हमले से हडकंप, भारत है सुरक्षित
यूरोप समेत दुनिया के कई देशों में सायबर हमला हुआ है। सायबर हमलावारों ने कई संगठनों को निशाना बनाते हुए उनके सिस्टम को हैक किया है। हमले के बाद से इन संगठनों के कंप्यूटर ठप पड़ गए हैं। हालांकि इस हमले से भारतीय कंप्यूटर सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित है। वहीं बैंकिंग सेवा भी हैकिंग से सेफ बताई जा रही है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार अब तक 99 देश इस साइबर अटैक की चपेट में हैं, जिससे करीब 75 हजार कंप्यूटर्स प्रभावित हुए हैं। अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी की तकनीक के इंटरनेट पर लीक हो जाने की मदद से हैकर्स ने इतने बड़े पैमाने पर हैकिंग को अंजाम दिया है।
ब्रिटेन , अमेरिका, चीन ,रूस स्पेन, इटली, वियतनाम, समेत करीब 100 से ज्यादा देशों में रेनसमवेयर साइबर हमला हुआ है । इसका सबसे ज्यादा असर इंग्लैंड के अस्पतालों पर पड़ा है। सुरक्षा फर्म कैस्परस्की लैब और अवेस्टसेड ने इस हमले के लिए जिम्मेदार मेलवेयर की पहचान की है। इस साइबर हमले से रूस सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। हमलावरों ने अटैक से नेशनल हेल्थ सर्विस से जुड़े कंप्यूटर्स को निशाना बनाया है। साइबर अटैक के तहत लंदन, ब्लैकबन और नॉटिंगघम जैसे शहरों के हॉस्पीटल और ट्रस्ट के कंप्यूटर्स ने काम करना बंद कर दिया है। बता दें कि साइबर हमलों के हमलावरों ने फिरौती के लिए बिटकॉइन की मांग की है।
ब्रिटेन के डॉक्टर्स ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि हमारे अस्पताल बंद हैं और हमारे कंप्यूटर्स पर लिखा है कि कंप्यूटर्स को खोलने के लिए पैसे देने होंगे। जो भी कंप्यूटर कथित तौर पर साइबर अटैक के शिकार हुए हैं उसे खोलने पर फाइल रिकवर करने के बदले 300 डॉलर बिटकॉइन की मांग की है। हैकर्स का कहना है कि पैसे देने में जितना समय लगेगा फिरौती की रकम उतनी ही बढ़ती जाएगी और ज्यादा टाइम होने पर फाइल्स को डिलीट कर दिया जाएगा।
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