इच्छा से हो आर्मी फंड में दान : रक्षा मंत्री
आर्मी फंड में पांच करोड़ रुपए दान करने की शर्त पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने फ़िल्म ऐ दिल है मुश्किल को रिलीज़ की मंजूरी दी थी। मंगलवार को जब इस मसले पर बात की गई तो रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि आर्मी वेलफेयर फंड में इच्छा से दान होना चाहिए। किसी की गर्दन पकड़कर दान कराना मंजूर नहीं है।
पत्रकारों से बात करते हुए पर्रिकर ने कहा, ”आर्मी फंड में स्वेच्छा से दान दिया जाता है क्योंकि कई लोग दान के लिए अनुरोध करते हैं कि वे जवानों और शहीदों के परिवार के लिए दान करना चाहते हैं।” पर्रिकर ने आगे कहा, इस फंड में दान के लिए कई लोग अनुरोध कर रहे थे। पहले लोग शहीद के परिवार को सीधे चेक देते थे लेकिन अब यह विचार किया गया है कि सभी शहीदों के परिवार वालों को बराबर रकम मिले।
रक्षा मंत्रालय बना रहा है योजना
मनोहर पर्रिकर ने बताया कि रक्षा मंत्रालय एक योजना बना रहा है जिसके माध्यम से शहीदों के सभी परिवारों की समान मदद की जाएगी। पर्रिकर के अनुसार रक्षा मंत्रालय संबद्ध एजीबी (एजुटेन्ट जनरल ब्रांच) की मदद से यह योजना चलाएगा। उन्होंने कहा यह पूरी तरह स्वैच्छिक अनुदान है और इसके लिए दान देने की किसी भी मांग से हमारा संबंध नहीं है। पर्रिकर ने आगे कहा कि राजनीति में इस तरह से सेना को घसीटने से भारतीय सैनिकों में नाराजगी है।