नोटबंदी इफेक्ट, केजरीवाल ने बुलाया विधानसभा का आपात सत्र
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जब से पीएम नरेन्द्र मोदी ने 500 और 1000 के नोटबंद करने का एलान किया है तभी से विपक्ष लगातार उन्हें किसी न किसी तरह से घेरने की कोशिश कर रहा है। अब इसे मुद्दे पर बात करने के लिए दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने विधानसभा का आपातकालीन सत्र बुलाया है। इस बात की जानकारी ख़ुद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए दी है। बता दें कि केजरीवाल पीएम मोदी को नोटबंदी का फ़ैसला वापस लेने के लिए पहले ही कह चुके हैं।
मोदी पर केजरीवाल ने ली चुटकी
-प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने पीएम मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा था कि मोदी जी के तीन पक्के दोस्त हैं अंबानी, अडानी और शरद पवार जी। नोटबंदी को लेकर केजरीवाल ने रविवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। केजरीवाल ने पीएम मोदी के गोवा में दिए भाषण को देश के लोगों के साथ मजाक बताते हुए कहा था कि पीएम संभल जाएं इससे पहले कि देश में कानून व्यवस्था का हाल बुरा हो जाए मोदी नोटबंदी का फैसला वापस ले लें।
-सीएम केजरीवाल का दावा है कि गोवा में पीएम मोदी द्वारा दिए गए भाषण के बाद लोग दहशत में हैं। केजरीवाल ने कहा सरकार कालेधन के मुद्दे को गंभीरता से ले और नोटबंदी के बाद बने हालातों से निपटने के लिए ठोस कदम उठाएं। केजरीवाल ने नोटबंदी पर पीएम मोदी की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि प्रधानमंत्री कालेधन के मुद्दे पर गंभीर हैं तो अपने कॉर्पोरेट दोस्तों के ख़िलाफ़ कड़े कदम उठाएं।
विपक्ष संसद के शीतकालीन सत्र में भी घेर सकता है पीएम मोदी को
बुधवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। सूत्रों की माने तो इस सत्र में विपक्ष नोटबंदी को लेकर हंगामा कर सकता है। सत्र शुरू होने से दो दिन पूर्व एकजुट विपक्ष और सरकार ने एक दूसरे पर इस मुद्दे पर हमला बोलने की ठोस रणनीति तैयार कर ली है। कांग्रेस, टीएमसी, भाकपा, माकपा, राजद, जदयू, वाईएसआर कांग्रेस और झामुमो ने संयुक्त बैठक कर जहां इस निर्णय के कारण लोगों को हो रही परेशानी को मुद्दा बना कर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है, वहीं प्रधानमंत्री की अगुवाई में हुई भाजपा संसदीय समिति की बैठक में विपक्ष पर जवाबी हमला बोलने की रणनीति तैयार हो गई है। इस बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष के दबाव में न झुकने की बात कही है।
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