दिल्ली यूनिवर्सिटी में वोकेशनल कोर्स के लिए आवेदन करने के इच्छुक छात्रों को अब अपने बेस्ट ऑफ 4 विषयों में मैथ्स को भी शामिल करना होगा। यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफर किए जाने वाले कुल 7 में से 4 विषयों वेब डिजाइनिंग, सॉफ्टवेअर डेवलपमेंट, बैकिंग और प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी के लिए मैथ्स अनिवार्य है। वोकेशनल कोर्सों की शुरूआत यूजीसी ने 2016 में नैशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के फ्रेम के तहत की थी।
इनमें हेल्थकेयर मैनेजमेंट, रिटेल मैनेजमेंट और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी शामिल हैं। वोकेशनल विषय जहां पर मैथ्स को शामिल करना अनिवार्य है, उनमें इकानॉमिक्स (ऑनर्स), बी कॉम (ऑनर्स), कंप्यूटर साइंस (ऑनर्स) शामिल हैं। हालांकि बचे हुए 3 वोकेशनल कोर्स के लिए अनिवार्यता नहीं रहेंगी। वाकेशनल कोर्स इन इंस्टिट्यूट के द्वारा किए जा सकते है- जीसस एंड मैरी कॉलेज, कालिंदी कॉलेज, कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज, रामानुजन कॉलेज दिल्ली, महाराजा अग्रसेन कॉलेज। इनमें कुल सीट 350 हैं। इन कॉलेजों में एडमिशन कट-ऑफ के आधार पर होता है।
रामानुजन कॉलेज, दिल्ली
इस कॉलेज में पिछले वर्ष दो नए कोर्स शुरू हुए थे जिसमें बैंकिंग एंड फाइनेंशल सर्विसेज एंड इंश्योरेंस सेक्टर (बैंकिंग ऑपरेशन) और बीए वोकेशनल- आईटी (साफ्टवेयर डेवलपमेंट)। इनके लिए 50-50 सीटें है।
जीसस एंड मैरी कॉलेज
इस गर्ल्स कॉलेज में दो बीए वोकेशनल कोर्स है, दोनों विषय के लिए 50-50 सीटें है। हेल्थ केयर मैनेजमेंट और रिटेल मैनेजमेंट एंड आईटी के लिए इस अकादमिक सेशन में छात्र आवेदन कर सकते है।
कालिंदी कॉलेज
कालिंदी कॉलेज में दो वोकेशनल कोर्सेज़ के लिए भी छात्र आवेदन कर सकते है। इनमें बीए वोकेशनल कोर्स प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी और वेब डिजाइनिंग के लिए है। इन दोनों कोर्स के लिए 50-50 सीट है।
महाराजा अग्रसेन कॉलेज
इस कॉलेज में वोकेशनल कोर्स में एडवांस्ड डिप्लोमा कोर्स शामिल है। यह कोर्स टीवी प्रोग्राम्स एंड न्यूज प्रोडक्शन के बारे में है। यह कोर्स 2 साल का है इसके लिए 50 सीटें है।
वोकेशनल कोर्स क्या होता है?
वोकेशनल कोर्स एक विशिष्ठ कार्य क्षेत्र के बारे में व्यवहारिक तरीके से सीखने में आपकी मदद करने के लिए होता है। वे नौकरी शुरू करने, कैरियर में प्रगति या शिक्षा के उच्च स्तर पर जाने के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त करने में मदद मिलती है।