चाइनीज प्रोडक्ट को इंडियन्स कह रहे ‘नो’
सोशल मीडिया पर चाइनीज प्रोडक्ट के बहिष्कार की अपील का असर अब साफ़तौर पर दिखने लगा है। त्योहारी सीजन होने के बावजूद भारत में चाइनीज प्रोडक्ट की मांग में घट गई है। भारतीय चाइनीज प्रोडक्ट को खरीदने से बचते नज़र आ रहे हैं। इस बात का दावा कारोबारियों के प्रमुख संगठन कन्फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेंडर्स (कैट) ने किया है।
क्यों हो रहा है चाइनीज प्रोडक्ट का बहिष्कार ?
उरी हमले के बाद चीन पाक के समर्थन में आया था। इस बात से नाराज़ होकर भारतीयों ने तय किया है कि वे चीन के किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करेंगे। चीनी आइटम के बायकॉट के लिए सोशल मीडिया पर एक तरह का अभियान चल रहा है। वॉट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर पर जमकर विरोध हो रहा है। इसके विरोध में बाकायदा वॉट्सऐप ग्रुप देखे जा रहे हैं।
हो सकता है बड़ा घाटा
कैट के सेक्रेटरी जनरल प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि दिवाली पर चाइनीज लाइटिंग जैसे सामान देशभर में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाते हैं। करीब तीन महीने पहले भारतीय बाजार में चीनी आइटम आ जाते है। लेकिन कारोबारियों को डर है कि यदि चीन के सामान की खरीद में 10 से 15 प्रतिशत भी घटी, तो उनके लिए लागत निकालना और भी मुश्किल हो जाएगा। अनुमान है कि चीन से आयात होने वाले सामान में 20 से 30 प्रतिशत तक कमी आ सकती है।
कैट के सेक्रेटरी ने बताया कि चाइना मेड सामान होलसेल सेलर्स तक पहुंच चुका है। लेकिन रिटेल सेलर्स की ओर से आने वाली मांग में 20 प्रतिशत की कमी देखी जा रही है। इन्हें डर है कि लोग वास्तव में यह माल खरीदेंगे या नहीं। उन्होंने कहा चीनी सामान के बायकॉट का असली असर नए साल और क्रिसमस पर दिखाई देगा। अगर दिवाली पर चीनी आइटम नहीं बिकता है, तो रिटेल कारोबारी नए साल और क्रिसमस के लिए चीन को आर्डर देने से बचेंगे। इतना ही नहीं यदि भारत में ऐसे ही चाइनीज प्रोडक्ट का बहिष्कार होते रहा तो जल्द ही इसका असर दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार पर भी दिख सकता है। बता दें कि भारत-चीन के बीच तकरीबन 4.5 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा का कारोबार होता है। भारत चीन से एक्सपोर्ट के मुकाबले 6.66 गुना ज्यादा इम्पोर्ट करता है। 2015-16 में भारत ने चीन को करीब 60 हजार करोड़ रुपए के सामान इम्पोर्ट किया है।
चीन का दावा नहीं हो रहा नुकसान
वहीं दूसरी ओर चीन दावा कर रहा है कि भारत में जारी मुहिम का असर बिक्री पर देखने को नहीं मिला है। चीनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चीनी प्रोडक्ट्स की अक्टूबर के पहले हफ्ते में रिकॉर्ड बिक्री हुई है। इसके अनुसार, चीन की मोबाइल फोन कंपनी शियोमी ने भारतीय बाजार में फ्लिपकार्ट, अमेजन इंडिया, स्नैपडील और टाटा क्लिक जैसी कंपनियों की मौजूदगी के बावजूद अक्टूबर के पहले हफ्ते में सिर्फ 3 दिन में 5 लाख फोन्स बेचे हैं।