एक्सरसाइज न करने से हो रहा 4 लाख करोड़ का नुकसान, जानें कैसे
अभी तक आप सिर्फ ये जानते थे कि रोजना एक्सरसाइज न करने से आपकी हेल्थ को नुकसान होता है। लेकिन आप ये नहीं जानते होंगे कि आपका एक्सरसाइज न करना दुनिया को 4 लाख करोड़ रूपए का नुकसान पहुंचा रहा है। जी हां खबरों के अनुसार लोगों का एक्सरसाइज न करना ग्लोबल इकॉनमी को 67,5 बिलियन डॉलर का नुकसान पहुंचा रहा है।
जानिए कैसे हो रहा है नुकसान
आप ये सोच रहे होंगे कि आपका एक्सरसाइज़ न करना आखिर ग्लोबल इकॉनमी के लिए कैसे बुरा है। असल में ये नुकसान बीमारियों पर होने वाले खर्च और लोगों की कार्य क्षमता में गिरावट के कारण होता है। इस स्टडी के मुताबिक व्यक्ति रोजाना एक घंटे एक्सरसाइज करे तो इस नुकसान को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
एक्सरसाइज न करने से बढ़ गया कैंसर का खतरा
रिसर्च के मुताबिक एक ही जगह बैठे रहने वाले लाइफस्टाइल के कारण हृदय रोग, डायबीटीज और कैंसर का खतरा बढ़ गया है। वहीं, अगर बीच-बीच में थोड़ा टहल लिया जाए तो एक दिन में आठ घंटे या उससे ज्यादा समय तक बैठने से जल्द मौत का जो खतरा है, उसे कम किया जा सकता है।
एक्सरसाइज न करने से हो रहीं ज्यादा मौतें
एक अनुमान के मुताबिक, एक्सरसाइज नहीं करने से एक साल में करीब 50 लाख लोगों की मौतें होती हैं, जो धूम्रपान से होने वाली मौत के करीब बराबर है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक, धूम्रपान से एक साल में करीब 60 लाख मौतें होती हैं।
एक्सरसाइज बहुत जरूरी
नॉर्वेगियन स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स साइसेंज ऐंड कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के एक प्रोफ़ेसर ने बताया, ’डब्ल्यूएचओ ने एक सप्ताह में कम से कम 150 मिनट अभ्यास करने का सुझाव दिया है।’ उन्होंने बताया, ’आपको खेलने के लिए जाने या जिम जाने की जरूरत नहीं है। लेकिन, कम से कम आपको एक दिन में एक घंटा जरूर अभ्यास करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि एक घंटे में 5.6 किमी. की रफ्तार से टहलना या 16 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से साइकिल चलाकर इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
एक्सरसाइज न करने से कम उम्र में मौत का खतरा
स्टडी के मुताबिक, जो लोग आठ घंटे से ज्यादा समय तक बैठे रहते हैं और इसके बावजूद एक्टिव रहते हैं, उनकी कम्र उम्र में मौत होने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। वहीं, दूसरी तरफ जो लोग इतने ही समय दिन भर में बैठे रहते हैं और घूमते-फिरते नहीं हैं, उनकी कम्र उम्र में मौत का खतरा ज्यादा रहता है।