आज से बदल जाएगी अमेरिका की सत्ता
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कारोबारी से नेता बने डोनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार यानी कि आज अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे हैं। भारतीय समय के अनुसार ट्रम्प का शपथ ग्रहण समारोह रात 10 बजे से वाशिंगटन डीसी के यूएस कैपिटोल में शुरू होगा। इसी के साथ आज से अमेरिका में सत्ता बदल जाएगी। बता दें कि शपथ लेने के साथ ही ट्रंप अमेरिकी इतिहास के सबसे बुजुर्ग राष्ट्रपति बन जाएंगे। इस शपथ समारोह की ख़ास बात यह होगी कि इसमें ट्रम्प ख़ुद का लिखा हुआ भाषण पढ़ेंगे। बता दें कि इस बात की जानकारी ख़ुद ट्रम्प ने फेसबुक के ज़रिए दी है।
दो बाइबिल साथ लेकर समारोह में पहुंचेंगे ट्रम्प
सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह में ट्रम्प के हाथों में दो बाइबिल नज़र आएंगी। इसमें से एक बाइबिल वह होगी जो वर्ष 1861 में अमेरिका के पहले राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने शपथ के लिए इस्तेमाल किया था।
ख़ास बात यह है कि साल 2009 में बराक ओबामा ने भी इसी बाइबिल की शपथ ली थी। वहीं दूसरी ट्रंप के हाथों में दूसरी बाइबिल वह होगी जो उन्हें उनकी मां ने गिफ़्ट की थी।
ओबामा की मौजूदगी में शपथ लेंगे ट्रम्प
मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रम्प सबसे पहले एक प्रार्थना सभा में शामिल होंगे। इसके बाद वह निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलने के लिए व्हाइट हाउस जाएंगे। इस दौरान ओबामा और ट्रम्प के बीच महत्वपूर्ण बातचीत हो सकती है। बहरहाल, अमेरिकी समय के अनुसार ट्रम्प दोपहर करीब 12 बजे राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। इस दौरान ओबामा और अपनी पत्नी मिशेल ओबामा के साथ समारोह में मौजूद रहेंगे। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस जॉन रॉबसर्ट्स, ट्रंप को शपथ दिलाएंगे। एक अनुमान के मुताबिक इस समारोह में तकरबीन दस लाख लोग शामिल होंगे।
सुरक्षा के लिए किए गए हैं कड़े इंतजाम
अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनज़र तकरीबन 28,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया हैं। जगह-जगह बैरिकेट लगे हुए हैं और जबर्दस्त सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखा गया है।
इतनी कड़ी सुरक्षा क्यों?
शपथ समारोह के लिए यूएस में इतनी तगड़ी सुरक्षा करने के पीछे दो महत्वपूर्ण कारण हैं। पहला कारण यह है कि अमेरिका के तकरीबन 60 संगठन ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने से ख़ुश नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह पर आतंकी संगठनों की भी नजर हैं।
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