आज का युवा अपनी मेहनत के जरिए हर मुकाम हासिल कर सकता है, उसके लिए हर चैलेंज नए काम की तरह है। ऐसी सोच रखने वाले डॉक्टर पुनीत कुमार द्वेदी स्मार्ट सिटी इंदौर के एम्बेसेडर हैं, और आज तरक्की की राह पर चल रहे हैं। अपनी तरक्की के साथ ये देश के युवा को भी आगे बढ़ते देखना चाहते हैं, भोपाल स्टार्टअप महाकुम्भ में इनसे मुलाकात हुई,जिसमें पता चला की इनका मकसद हर यूथ को स्टार्टअप में आगे बढ़ाना हैं। कम उम्र में इन्होंने बड़ी तरक्की हासिल कर युवाओं के दिलों में खास जगह बना ली हैं, और यूथ इन्हें अपनी प्रेरणा मानते हैं। इनके अनुसार आई केन डू एनिथिंक की सोच के साथ युवा को आगे बढ़ना चाहिए। बताते हैं इनके विचारों के बारे में-
युथेन्स – युवा को स्टार्टअप में क्यों आगे आना चाहिए ?
डॉ. पुनीत – आज के दौर में जहां रोजगार की कमी होती जा रही है, ऐसे में युवा अपने विचारों और क्रिएटिव के जरिए स्टार्टअप शुरु कर सकता है। स्टार्टअप के जरिए वो अपने साथ कितने ही युवा को काम से जोड़ सकता है। इसलिए युवा को स्टार्टअप करना चाहिए।
युथेन्स- युवाओं के पास स्टार्टअप के आइडिया तो बहुत पर पर मौका नहीं क्यों ?
डॉ. पुनीत – यूथ को अपने विचारों को ज्यादा से ज्यादा लोगों के सामने रखना चाहिए, तभी उसे मौका मिलेगा। एक आइडिया बहुत महत्वपूर्ण होता है, इस बात को यूथ जब तक नहीं समझेगा तब तक स्टार्टअप की शुरुआत नहीं हो पाएगी।
युथेन्स- स्टार्टअप शुरु करने में क्या- क्या परेशानियां आती हैं ?
डॉ. पुनीत – वैसे तो स्टार्टअप अपने आप में ही कठिन शब्द हैं, और जब इसे शुरु करने के बारे में दूसरे से कहते हैं, तो जवाब यही आता है, कि क्यों करना चाहते हो ये बेकार के काम नौकरी देखों और काम करों। तो स्टार्टअप में शुरु से अंत तक परेशानियां है, जिनसे लड़ते हुए आगे बढ़ना होगा।
युथेन्स- किस तरह का स्टार्टअप बेहतर तरक्की देगा
डॉ. पुनीत – हर युवा की सोच अलग होती है, उन्हें किसी और को देखकर नहीं बल्कि अपनी सोच के अनुसार स्टार्टअप करना चाहिए। क्रिएटिविटी को जितना मौका दिया जाएगा उतना ही उसमें तरक्की मिलेगी। तो हर स्टार्टअप अपने आप में बेहतर है बस उसमें सही काम हो।
युथेन्स- आने वाली मुश्किलों से कैसे सामना करें
डॉ. पुनीत – स्टार्टअप को ये न समझे कि ये संभव नहीं है, क्योंकि दिमाग में आए हर विचार संभव हो सकते हैं तभी वो हमारी सोच में आए हैं। इसलिए मुश्किलों के लिए तैयार रहे तभी सफलता मिलेगी।