सबको साक्षर बनाना हम सबका प्राथमिक लक्ष्य
मंदसौर। मंदसौर 17 मार्च 16 शिक्षा विकास का प्रवेश द्वार है। शिक्षा हमें सम्मानजनक जीवन जीने का पाठ सिखाती है। आदर्श ग्राम की अवधारणा तभी सार्थक होगी, जब गांव का हर व्यक्ति साक्षर हो, और केवल आदर्श ग्राम ही क्यूं, हम सब मिल जुलकर ऐसे प्रयास करें कि हमारा मंदसौर जल्द से जल्द शतप्रतिशत साक्षर जिला घोषित हो जाये। इस आशय के उदगार आज कलेक्टर श्री स्वतंत्र कुमार सिंह ने व्यक्त किये। कलेक्टर श्री सिंह आज स्कूल चले हम अभियान के प्रेरकों के सहयोग से संचालित दस्तक अभियान के तहत मल्हारगढ तहसील क्षेत्र के सांसद आदर्श ग्राम बालागुढा में प्रेरकों व महिलाओं का उन्मुखीकरण सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री गुणवंत पाटीदार, जनपद पंचायत अध्यक्ष मल्हारगढ श्रीमती निर्मला शरद जैन, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती रानी बाटड, जिला पंचायत सदस्य श्री मुकेश मालवीय, जनपद उपाध्यक्ष श्री गणपत पंवार, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्री सुरेश रूपरा, श्री राजेश दीक्षित, श्री तेजपाल सिंह धाकडी, एसडीएम मल्हारगढ श्री एनएस राजावत, ग्राम सरपंच श्रीमती मंजू गोविन्द शर्मा सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, ग्रामीणजन एवं प्रेरक व महिलाएं मौजूद थीं। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि प्रेरकगण गांव के 107 निरक्षर लोगों को अपने समर्पित प्रयासों से पूर्ण साक्षर करें और बालागुढा गांव को शतप्रतिशत साक्षर गांव बनायें। उन्होने बताया कि गांव के इन सभी निरक्षर लोागों को साक्षर बनाने के लिए 20 मार्च को (रविवार के दिन) गांव में ही एक परीक्षा आयोजित की जायेगी। इसके जरिये प्रेरकों द्वारा निरक्षरों को साक्षर बनाने की दिशा में किये गये प्रयासों का सत्यापन भी हो जायेगा।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री पाटीदार ने कहा कि आज के आधुनिक परिवेश में यह जरूरी है कि हर व्यक्ति शिक्षित बनकर समाज के विकास में अपना योगदान दें। जनपद अध्यक्ष श्रीमती जैन ने सभी से अनुरोध किया कि गांव हो या शहर, सबको साक्षर बनाना हम सबका प्राथमिक लक्ष्य होना चाहिये। मंडी अध्यक्ष श्री रूपरा ने कहा कि हर अभिभावक का यह दायित्व है कि उनके बच्चे हरहाल में स्कूल जायें और पढ लिखकर अपना जीवन संवारे। कार्यक्रम को श्री दीक्षित एवं श्री धाकडी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान झाबुआ से आये महिला कलादल द्वारा महिला सशक्तिकरण पर आधारित एक नुक्कड नाटिका का मंचन भी किया गया। नुक्कड नाटिका के जरिये झाबुआ जिले में शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण की दिशा में हुये प्रयासों के बारे में बताया गया और गांव की सभी महिलाओं को शिक्षा पाने के लिए आगे आने का संदेश दिया गया।