इलेक्शन कमीशन का खुला चैलेंज, ईवीएम हैक करके दिखाएं
सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम की डमी मशीन को खुलेआम हैक करके दिखाया था। जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह ईवीएम में गड़बड़ी संभव है। आप के नेता सौरभ के इस कारनामे के बाद इलेक्शन कमीशन की तरफ से कहा गया कि वो मशीन ईवीएम नहीं बल्कि कोई गेमिंग पैड है जिसका इस्तेमाल सौरभ कर रहे हैं।
जो भी हो लेकिन सौरभ भारद्वाज की इंजीनियरिंग इस काम में आई और ईवीएम में गड़बड़ी भी हो सकती है ऐसा कुछ सुनने और देखने को मिला। अब ये सच है या नहीं ये भी हमें जल्द ही पता लग जाएगा क्योंकि अब इलेक्शन कमीशन ने राजनीतिक पार्टियों को खुला चैलेंज दिया है कि वे आए और ईवीएम हैक करके दिखाए।
इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन के इस्तेमाल पर उठ रहे सवालों के बीच चुनाव आयोग ने शुक्रवार को 55 राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को चर्चा के लिए बुलाया था। इसमें 7 राष्ट्रीय स्तर की पार्टियां और 48 राज्य स्तर की छोटी-बड़ी पार्टियां शामिल हुई। इनमें से 16 पार्टियों की मांग है कि चुनाव के लिए फिर से बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाए। बैठक सुबह करीब 10 बजे नई दिल्ली के कॉन्टीट्यूशन क्लब में शुरू हुई, जिसमें चुनाव आयोग ने ईवीएम मशीन पर प्रजेंटेशन दी। इसके अलावा आयोग ने राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने की खुली चुनौती दी है। इसके लिए दो दिन बाद का समय तय किया गया है।
इस बैठक में ईवीएम की विश्वसनीयता पर चर्चा की गई। यह बैठक पार्टियों को आश्वस्त करने के लिए बुलाई गई है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं हो सकती है। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने हाल ही में एक ईवीएम को हैक करके दिखाया था। हालांकि चुनाव आयोग का दावा था कि वह असली ईवीएम मशीन नहीं थी, बस उसके जैसी दिखने वाली मशीन थी।
कैसे होगा चैलेंजः
1. हैकिंग का दावा करने वालों को चुनाव आयोग ने परसों बुलाया है।
2. दो मशीने होंगीं, एक मशीन में डेटा होगा और एक बिना डेटा के होगी।
3. आयोग दोनों ईवीएम सबके सामने रखेगा।
4. राजनीतिक दलों के आगे दोनों ईवीएम में गड़बड़ी साबित करने की चुनौती होगी।
5. मशीन को बिना खोले हैक करना होगा।
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