देश में नोटों की नहीं है कोई कमी : अरुण जेटली
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500 और 1000 के नोट बंद होने को लेकर देशभर में मच रही अफरा-तफरी को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली का एक बार फिर बयान आया है। शनिवार को जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए कहा कि देश की राजनीति को स्वच्छ करने में आम लोगों को परेशानी हो रही है। इसी दौरान उन्होंने देश में नोटों की कमी की बात को भी नकार दिया। जेटली ने कहा कि देश में नोटों की कोई कमी नहीं है। रिजर्व बैंक के पास पर्याप्त मात्रा में करेन्सी मौजूद है।
SBI ने अब तक 2.28 करोड़ का किया ट्रांजेक्शन
जेटली ने बताया कि अब तक एसबीआई ने तकरीबन 2.28 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया है। आम आदमी की परेशानी का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि नोटबंदी को लेकर लोगों को परेशानी आ रही हैं। लेकिन यह थोड़े समय के लिए ही है। कुछ दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे। बैंक कर्मचारियों की तारीफ़ करते हुए जेटली ने कहा कि वे बिना छुट्टी लिए सुबह से शाम तक लगातार काम कर रहे हैं।
ATM में हो रहा है बदलाव
-जेटली ने इस दौरान एटीएम के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि तकनीकी कारणों से एटीएम से पैसे निकलने में परेशानी हो रही है जिसमें अभी बदलाव किया जा रहा है। जेटली ने बताया कि सरकार पहले ही सभी एटीएम में बदलाव करने वाली थी। लेकिन इस बात को गोपनीय रखने के कारण कुछ ही एटीएम में बदलाव किया गया। जेटली ने आगे बताया कि दो से तीन हफ्तों में एटीएम संबंधित परेशानी पर काबू पा लिया जाएगा।
-बता दें कि नोटबंदी के दूसरे ही दिन यानी कि 9 नवम्बर को ही जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उस दिन उन्होंने मोदी सरकार के फ़ैसले की तारीफ़ करते हुए बताया था कि इस फ़ैसले से ईमानदार लोग खुश होंगे, और ब्लैकमनी रखने वाले लोग ज़्यादा परेशान होंगे। मोदी सरकार के अचानक आए इस फ़ैसले पर जेटली ने कहा कि बड़े फ़ैसले अचानक ही लेने होते है। उन्होंने कहा कि, हम ब्लैकमनी रखने वालों को कोई मौका नहीं देना चाहते थे इसीलिए सरकार ने इस काम को गोपनीय रूप से किया।
-उन्होंने बताया था कि पिछले कई महीनों से करंसी को बदलने के लिए काम किया जा रहा था। जेटली ने उस दिन भी लोगों की परेशानी का जिक्र किया था। जेटली ने आगे कहा था , ब्लैकमनी हमारा मौलिक अधिकार नहीं है। कभी न कभी तो सरकार को यह फ़ैसला लेना ही था। इसके साथ ही जेटली ने देश की अर्थव्यवस्था को कैशलेस बनाने की बात की थी।
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