ऑफिस में है छंटनी का माहौल??? ऐसे बचें…
मंदी की मार आजकल हर व्यापार झेल रहा है। बड़ी – बड़ी मल्टीनैशनल कंपनियां भी इस मंदी से बच नहीं पाई हैं। ऐसे में कंपनियां अपना खर्च बचाने के लिए कॉस्ट-कटिंग की पद्धति को अपनाती हैं। कॉस्ट-कटिंग का सबसे पहला शिकार बनते हैं कंपनी में काम करने वाले एम्प्लाइज। खासतौर पर ज्यादा सैलरी पर काम करने वाले वो कर्मचारी, जिनके स्थान पर कम सैलरी वाले कर्मचारी से काम चलाया जा सकता हो, उनको ऐसे वक्त पर सचेत रहना चाहिए। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे वक्त पर खुद को बचाने के कुछ तरीके…
सिर्फ अपने काम पर ध्यान दें
ऐसे माहौल में केवल अपने कार्य पर ध्यान दें। लोग क्या कर रहे हैं उन्हें करने दें। अपने काम पर ध्यान देंगे तो उसमें कोई गलती की गुंजाइश नहीं होगी। यदि आप दूसरों की बातें सुनने या अफवाहों पर जरा भी ध्यान देंगे तो आपका मन अपने काम में नहीं लगेगा।
सभी से बना कर रखें
ऑफिस आपका घर नहीं है। यहाँ आपको सुबह आना है शाम को जाना है। किसी की बातों को दिल पर मत लगाएं। यदि कोई कुछ गलत भी बोल दे तो उसे आराम से समझाएं। स्वभाव अच्छा होगा तो कोई भी आपका बुरा नहीं चाहेगा। लेकिन किसी से भी जरा सी अनबन आपको बॉस की नज़रों में गलत साबित कर सकती है। यहां तक की ऑफिस के चपरासी से भी बना कर रखे। कभी-कभी बॉस चपरासी को जासूसी का काम सौंप देते हैं। बना कर चलेंगे तो आपकी सही बातों को भी अंदर तक पहुंचाया जाएगा।
अपने काम में तेजी लाएं
काम को आराम आराम से करने की जगह उसमें तेजी लाएं आप काम जल्दी करेंगे तो बॉस को लगेगा कि आप कंपनी का पैसा और समय दोनों ही खराब नहीं कर रहे हैं। साथ ही एक काम खत्म करके आप दूसरा काम भी जल्दी कर सकते हैं। ऐसे में आपके पास काम की कमी नहीं रहेगी।
बॉस को अपना काम दिखाते रहें
जो भी काम करें एक बार बॉस की नज़र मे डाल दें। भले ही काम को करने का तरीका पता हो लेकिन बॉस की राय जरूर लें। इससे आपके काम के बारे मे उन्हें खुद ब खुद पता चल जाएगा।
बॉस से और काम मांगें
यदि काम खत्म हो जाए तो बॉस को पूछें कि कोई और जरूरी काम हो तो आपको बताएं। इससे बॉस को लगेगा कि आप काम करने से नहीं घबराते।
ऑफिस टाइम पर आयें
ऐसे माहौल में समय से ऑफिस आएं। आपका लेटलतीफ़ होना यदि बॉस की नज़र में आ जाए तो गड़बड़ हो सकती है। इसी तरह ऑफिस से जल्दी भागने की भी कोशिश न करें। अपने टाइम से ही जाएं। हो सके तो काम जब तक पूरा न हो न जाएं। आपकी कर्मठता का इसी तरह पता चलेगा।
बेमतलब की बात किसी से न करें
सिर्फ अपने तक सीमित रहें। ग्रुपबाजी में न पड़ें। न ही इधर की बात उधर करें। आपकी बात को कौन तोड़-मरोड़ कर बॉस के आगे पेश कर दे आपको भी नहीं पता चलेगा।
बॉस को नए आइडियाज़ दें
अपने काम से जुड़े नए आइडियाज़ जिनसे कंपनी को मुनाफा हो, अपने बॉस को बताएं। इन आइडियज का जिक्र किसी से भी न करें, बस बॉस को ही बताएं।