डब्ल्यूडब्ल्यूई में आपने विदेशी फाइटरों को तो खूब लड़ते देखा होगा वहीं खली के हाथों कई पहलवानों को भी चित्त होते देखा होगा। इंडिया में आमतौर पर इस फाइट में मेल फाइटर्स का ज़्यादा जुनून है लेकिन फीमेल फाइटर्स भी इसमें हिस्सा लेती है और कई विदेशी फीमेल फाइटर्स है जो इसमें अच्छा प्रदर्शन करती हैं।
डब्ल्यूडब्ल्यूई की रिंग में अब इंडिया की लेडी ने भी अपने कदम रखे, वो भी देसी अंदाज में। 13 जुलाई की रात को हुई डब्ल्यूडब्ल्यूई माय यंग क्लासिक चैंपियनशिप में भारतीय रेसलर कविता दलाल एकदम देसी अंदाज़ में रिंग में उतरी। कविता ने अखाड़े के पहलवान की तरह अपने पैरों पर हाथ मारते हुए दम भरा और एक हाथ उठाकर दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया।
पहली इंडियन फीमेल रेसलर
जब कविता रिंग में पहुंची तो वहां अनांउस हुआ कि कविता एकमात्र महिला इंडियन रेसलर है जो डब्ल्यूडब्ल्यूई में इंडिया को प्रजेंट कर रही हैं। 13 जुलाई को हुई फाइट में कविता का प्रदर्शन अच्छा रहा। वह दूसरे राउंड में पहुंच गई है। हालांकि इसके रिजल्ट अभी घोषित नहीं किए गए लेकिन कविता ने अपने घरवालों को फोन करके इसकी जानकारी दी।
मां के लिए बनाया वीडियो
13 जुलाई की फाइट से पहले कविता ने अपनी मां के लिए एक वीडियो बनाया और उन्हें भेजा। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि उनकी मां दो दिन से खाना नहीं खा रही हैं, वो उसकी जीत के लिए प्रार्थना कर रही हैं। प्लीज आप मेरी मां को बोलें कि वे खाना खा लें।
सलवार सूट वाली पहलवान
आपको याद होगा कि कुछ महीनों पहले एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें सलवार सूट पहने एक लड़की ने रिंग में एक फीमेल पहलवान को चित्त कर दिया था कविता वही सलवार सूट वाली पहलवान है। कविता ने साल 2008 में बतौर कॉन्टेबल पुलिस की नौकरी ज्वाइन की थी।