उत्तरप्रदेश के नोएडा में स्थित फुटवियर डिजायन एवं विकास संस्थान को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा देने का स्वागत किया गया। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्याेग मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सदन में “फुटवियर डिजायन एवं विकास संस्थान विधेयक 2017” पारित करने के लिए पेश किया गया। इसकी चर्चा और बहस में हिस्सा लेते हुए ज्यादातर सदस्यों ने कहा कि इस संस्थान के परिसर पूरे देश में खोले जाने चाहिए। इस संस्था के देश में 12 परिसर पहले से हैं। सदस्यों ने इनकी संख्या कम से कम 50 करने की मांग की है।
आज राज्यसभा में इस संस्थान में भी अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को आरक्षण देने पर बल दिया गया। कांग्रेस के पी एल पुनिया ने भी विधेयक को समर्थन दिया और कहा कि संस्थान को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा देने से इसके छात्रों को अधिक लाभ होगा। चमड़ा उद्योग रोजगार परक उद्योग हैं और इससे लाखों लोगों की रोजी रोटी जुड़ी है। सरकार के इस कदम से संस्थान की स्वतंत्रता आैर स्वायत्तता सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसी नीति अपनाना चाहिए जिससे चमड़ा उद्योग को बल मिले। साथ ही उन्होंने गाेरक्षा और दलितों पर अत्याचारों की भी चर्चा की। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में संस्थान के परिसर खोलने की मांग की और कहा कि चमड़ा उद्योग के परंपरागत क्षेत्रों पर भी ध्यान देना चाहिए।