अमेरिकी संसद में पेश हुआ बिल, पाक को आतंकी मुल्क का दर्जा देने की उठी मांग
जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमलों के बाद भारत सरकार अभी इस मसले पर विचार ही कर रही है कि उसे दुश्मनों को कैसे जवाब देना है लेकिन वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने ये तय कर लिया है कि उसे पाक के साथ कैसा व्यवहार करना है। दरअसल अमेरिकी संसद में पाकिस्तान के खिलाफ एक बिल पेश किया गया है। इस बिल में पाक को आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश घोषित करने की मांग की गई है। अमेरिकी संसद में पेश इस बिल से अब पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ सकती है। क्योंकि ये बिल ऐसे समय में पेश हुआ है जब पाक के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को यूएन जनरल एसेंबली में अपना भाषण देना है।
बता दें कि इस बिल को टेक्सस शहर के कांग्रेसमेन टेड पो ने कैलिफोर्निया के कांग्रेसमेन डाना रोहरबेकर के साथ मिलकर ‘द पाकिस्तान स्टेट स्पॉन्सर ऑफ टेरिरिज्म डेजिग्रेशन एक्ट एचआर 6069 ‘नाम से अमेरिकी एसेबली में पेश किया है। अब इस बिल पर अमेरिकी संसद को चार माह के भीतर अपना औपचारिक रुख तय करना होगा। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति को 90 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट पेश करेंगे। इस रिपोर्ट में इस बात का जिक्र होगा कि पाक को आतंकवाद प्रयोजित करने वाला देश कहा जाना चाहिए या नहीं। इसके बाद 30 दिन बाद इस आशय को लेकर यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट को भी एक रिपोर्ट पेश करनी होगी।
बिल पेश करने के दौरान हुई पाक की निंदा
इस बिल का एलान करते हुए टेड ने एक बयान जारी किया है। कहा कि पाकिस्तान भरोसा करने लायक देश नहीं है। वह सालों से अमेरिका के दुश्मनों की मदद करता रहा है। उसने न केवल ओसामा को पनाह दी, बल्कि उसके हक्कानी नेटवर्क से भी अच्छे रिश्ते है। अब वक्त आ गया है पाकिस्तान को हम उसकी धोखेबाजी के लिए पैसे देना बंद करें और उसे वह दर्जा दें जिसका कि वह हकदार है आतंकवाद प्रायोजित करने वाला मुल्क।