धोती और साड़ी़ बनाने से शुरू किया था बिज़नेस, आज है 18000 करोड़ के मालिक
एक पुरानी कहावत हैं कोई काम छोटा नहीं होता है। आज हम ऐसा इसलिए लिख रहे है क्यों कि हम जिस शख्स की सफलता की कहानी बताने जा रहे है उन्होंने अपने बिज़नेस की शुरूआत ऐसे ही छोटे काम से किया था। 22 साल की उम्र में अपने दादा के साथ धोती और साड़ियों का व्यवसाय करने के लिए यह युवा अपने घर को छोड़कर मुंबई आ गया। उस समय शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह युवा आगे चलकर खुद की एक फैंशन कंपनी शुरू करेगा और 18000 करोड़ का मालिक होगा।
- - Advertisement - -
नाम से नहीं बल्कि रिटेल कारोबार से जानती हैं इन्हें दुनिया
जी हां भारत के रिटेल कारोबार में एक प्रमुख नाम के तौर पर जाना जाता है किशोर बियानी को। जहां एक ओर भारत के रिटेल कारोबार पर पूरी दुनिया के बड़े-बड़े दिग्गजों की नजर रहती है और वे किसी न किसी भारतीय कंपनी के साथ साझेदारी करते हुए अपना रिटेल कारोबार करती है। लेकिन किशोर बियानी ने अपने दम पर अपने रिटेल बिज़नस फियूचर गु्रप को खड़ा किया और करोड़ के मालिक। किशोर बियानी का नाम शायद लोग नहीं जानते लेकिन उनके द्वारा स्थापित फियूचर ग्रुप को सभी जानते है।
22 साल की उम्र में शुरू किया था ट्राउजर बनाना, कपडे़ का नाम रखा पेंटालून
राजस्थान के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्में किशोर अपने दादा जी के साथ मुंबई में धोती और साड़ियों का बिज़नस करने आए थे। अपने कपड़े बनाने के कारोबार को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने महज 22 की उम्र में ट्राउजर बनाने का काम शुरू किया। साल 1987 में उन्होंने ट्राउजर बनाने के अपने काम को जारी रखते हुए मैंस वियर प्रा.लि. नाम से एक कंपनी की शुरूआत की। किशोर ने अपने कपड़ों का नाम पेंटालून रखा। ऐसा इसलिए क्योंकि यह ऊर्दु शब्द पतलून के करीब था।
1992 में शुरू किया रिटेल बिजनेस
किशोर बियानी ने 1992 में अपने रिटेल बिजनस की शुरूआत की थी। उन्होंने अपने फ्यूचर समूह की स्थापना करते समय कई नामी ब्रांड की आधारशिला रखी। उन्होंने इसके अंदर बिग बाज़ार, होम टाउन, ई-जोन, पेंटालून जैसी कई नामी ब्रांड शामिल किया। हालांकि आदित्य बिरला समूह ने कुछ वर्षो पूर्व फैशन रिटेल स्टोर पेंटालून का अधिग्रहण कर लिया। आज फ्यूचर ग्रुप भारतीय रिटेल और फैशन के क्षेत्र में प्रमुख नाम हैं।
- - Advertisement - -
courtesy -kenfolios