जिस सर्विस ने आपको सताया उसे बंद कर रहा गूगल
गूगल की गलियों में भटकते हुए आपका सामना एक ऐसे कोड से कई बार होता होगा जो आपको सबसे ज़्यादा इरिटेड करता है। एक टेढ़ा-मेढ़ा कोड जिसे समझने में आपको समय लगता है और गलत हो जाने पर गुस्सा भी आता है। वैसे इसे कैप्चा कोड कहते है जो आपको कभी भी परेशान करने आ जाता है।
हाल ही में गूगल आपकी इस परेशानी की जड़ को समाप्त करने जा रहा है। जी हां! गूगल अब कैप्चा कोड की सर्विस को बंद करने जा रहा है। वही कैप्चा कोड जो जीमेल पर आईडी बनाते वक्त आपको परेशान करता था। अब इस कैप्चा कोड को गूगल पूरी तरह समाप्त करने जा रहा है।
कैप्चा की शुरूआत साल 2003 में हुई थी। किसी भी वेबसाइट को साइबर अटैक के खतरों से बचाने के लिए कैप्चा को प्राथमिकता दी गई थी और यहीं कारण था ये कोड आपको बार-बार परेशान करता था। गूगल ने 2009 में रीकैप्चा का इस्तेमाल किया और फिर 2013 में इसे अपडेट किया। लेकिन मौजूदा तकनीक में इसकी उपयोगिता समाप्त होने से गूगल ने इसे आखिरकार बंद कर दिया।
क्या है कैप्चा?
जब आप ईमेल अकाउंट या कोई ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करते हैं, तब सबसे नीचे एक बॉक्स में कुछ टेढ़े-मेढ़े अक्षर आपको पहचान के ठीक वैसे ही लिखने होते हैं। कभी कभी ऐसे अक्षर हम पहचान नहीं पाते और कभी तो हमें गुस्सा भी आ जाता हे की क्यों हम इस साईट पे रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं? पर कभी आपने सोचा हैं की क्यों हमें आँखों की डॉक्टर की जैसे ये टेढ़े-मेढ़े अक्षर पहचान के लिखने पड़ते हैं? जो कैपिटल हे या स्माल लैटर? बी है या डी? ये भी समझ नहीं आता.. पर ये कैप्चा हमें परेशांन करने के लिए नहीं होता। बल्कि वेबसाइट की सुरक्षा के लिए होते है।
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