युवाओं की अपार उम्मीदों को मिला आसरा
जयपुर। राज्य के बेरोजगार युवाओं का कौशल उन्नयन कर उनके सुखद भविष्य की सौगात देने के लिए राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के माध्यम से आयोजित हो रहा रोजगारोन्मुखी कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम धीरे-धीरे युवाओं की आजीविका अर्जन के अपार अवसर उपलब्ध करा रहा है। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रोजगार के लिए प्रतिक्षारत बांसवाड़ा जिले की कुशलगढ़ तहसीलांतर्गत कलिंजरा के भरतगढ़ गांव निवासी कमिल डामोर के जीवन में भी इस कार्यक्रम ने एक नये सवेरे का उदय किया।
खुद कमिल डामोर के अनुसार उसके दस सदस्यीय कृषि आधारित निर्धन परिवार की आजीविका का एक मात्र जरिया था पिता गमना डामोर का कृषि कार्य। परिवार के अभावों और पिता के संघर्षों में सहयोग करने की बचपन की आकांक्षाओं को पर लगे जब उसने स्नातक और अधिस्नातक तक की पढ़ाई को पूरा कर लिया। लेकिन रोजगार मिलना उतना आसान नहीं था जितना कि वह बचपन में सोचा करता था। वह तत्काल ही कोई रोजगार चाहता था जिससे परिवार के आजीविका अर्जन के काम में मदद कर सके।
उसने बताया कि वह रोजगार की तलाश में इधर-उधर भटक ही रहा था कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा युवाओं में निहित कौशल को बढ़ावा देने और रोजगार उपलब्ध कराने वाले रोजगारोन्मुखी कौशल प्रशिक्षण के बारे में पता चला। उसके लिए ये उम्मीद की एक बड़ी किरण थी। उसने राजस्थान आजीविका प्रशिक्षण कौशल के माध्यम से युवाम एज्युकेशन बांसवाड़ा में दिए जाने वाले प्रशिक्षण में प्रवेश लिया और इलेक्ट्रीशियन का पांच माह का निःशुल्क कोर्स पूर्ण किया।
कमिल बताता है कि उम्मीद की इस किरण से उसके जीवन में यकायक ही भरपूर उजाला हो गया जब उसे एक सिक्यूरीटी सिस्टम की दुकान पर आठ हजार रुपये के मासिक वेतन पर रोजगार प्राप्त हो गया। वह कृतार्थ भाव से बताता है कि राज्य सरकार की इस योजना की बदौलत उसे रोजगार प्राप्त हुआ तथा वह आज अपने परिवार के जीवन निर्वाह में मदद कर रहा है। कमिल ने हृदय से मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस योजना के कारण उसकी टूट चुकी उम्मीदों को आसरा और उसकेे परिवार को संबल मिला है।