आर्थराइटिस जन जागरूकता कार्यक्रम
जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि गठिया जैसी आम बीमारी समाज के बड़े वर्ग को प्रभावित करती है। पहले इसके उपचार की जानकारी एवं सीमित सुविधाएं होने के कारण रोगी नीम हकीमों के चक्कर में पड़कर अपने जोड़ हमेशा के लिए खराब कर लेते थे। लेकिन अब समय पर उचित उपचार से मरीज पूर्णतया सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है।
श्री राठौड़ मंगलवार को प्रातः सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज की स्थापना के 70 गौरवपूर्ण वर्ष पूर्ण करने के अवसर पर वर्ष पर्यन्त चलने वाले जनजागरूकता एवं जनभागिता के कार्यक्रमों की श्रृंखला में गठिया रोग के संबंध में आयोजित जनजागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने गठिया रोग चिकित्सकों से इस रोग के बारे में सरल भाषा में जानकारी जन-जन तक पहुंचाने का आग्रह किया।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि वर्तमान तथ्यों के अनुसार प्रदेश की लगभग एक प्रतिशत जनसंख्या अर्थात 7 लाख लोग गठिया रोग से पीड़ित है। उन्होंने बताया कि गठिया से संबंधित मरीजों की सभी जांचें एवं इलाज निःशुल्क उपलब्ध हैं। इनमें बायोलॉजिकल्स वाले मंहगे इंजेक्शन राज्य सरकार द्वारा बीपीएल या भामाशाह योजना के अन्तर्गत निःशुल्क उपलब्ध कराये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्याप्त देखभाल एवं सकारात्मक दृष्टिकोण द्वारा गठिया से पीड़ित रोगी स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. अराधना सिंह ने एसएमएस हॉस्पिटल में गठिया रोगियों को उपलब्ध करवायी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. यू.एस. अग्रवाल ने स्थापना के 7वें दशक के तहत आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। विभागाध्यक्ष डॉ. हेमन्त मल्होत्रा ने अतिथियों का स्वागत किया। जनजागरूकता कार्यक्रम को विख्यात गठिया रोग विशेषज्ञ डॉ. रेणू सहगल एवं डॉ. आर.एन.यादव ने भी सम्बोधित किया।