नौकरी चाहने वालों के लिए 100 मॉडल करियर केंद्र स्थापित करेगी सरकार
देश में रोजगार सेवा को बेहतर ढंग से मुहैया कराने के मकसद से केंद्र सरकार ने असम सहित विभिन्न राज्यों की मदद से 100 मॉडल करियर सेंटर स्थापित करने की महत्वपूर्ण योजना बनाई है। श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने लोकसभा के एक सदस्य के पूछे गए सवाल के लिखित में कहा कि – रोजगार मिलान, व्यवसायिक मार्गदर्शन, करियर काउंसिलिंग , कौशल विकास पाठ्यक्रमों को लेकर सूचना जैसी अनेक प्रकार की रोजगार सेवाएं प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय रोजगार सेवा के रूपांतरण के मकसद से राष्ट्रीय करियर सेवा परियोजना को प्लान स्कीम के रूप में क्रियान्वित किया जा रहा है। साथ ही 950 रोजगार एक्सचेंजों में से 350 को 350 करोड़ रूपए की लागत से 100 एमसीसी के रूप में डवलप किया जाएगा। एमसीसी में उम्मीदवारों को परामर्श और मूल्यांकन, साफ्ट स्किल ट्रेनिंग, तकनीकी स्किल और प्लेसमेंट दिया जाएगा।
दत्तात्रेय ने कहा कि एनसीएस परियोजना में 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान रोजगार सेवाएं प्रदान कने के लिए असम सहित विभिन्न राज्यों व दूसरे संस्थानों के सहयोग से 100 मॉडल करियर सेंटर स्थापित करने का विचार किया गया है।
दत्तात्रेय ने कहा है कि केंद्र ने कौशल विकास पहल योजना के माध्यम से 2020 तक एक करोड़ युवाओं के रोजगार के अवसर पैदा करने केा लक्ष्य रखा है। बहरहाल, उन्होंने ये भी कहा है कि रोजगार कार्यालयों को व्यवसाय विकास केंद्रों के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव नहीं है। आपको बता दें कि नौकरी के अवसर एकल मंच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा आयोजित 46वें श्रम सम्मेलन में 20 जुलाई 2015 को राष्ट्रीय करियर सेवा की पहल की शुरूआत की थी। नेशनल करियर सर्विस एक ऐसा पोर्टल है, जहां युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मिलते हैं। एनसीएस का उद्देश्य समय के साथ 900, 000 से ज्यादा प्रतिष्ठानों और कंपनियों को सूचिबद्ध करना है। वर्तमान में एनसीएस 20,407, 550 नौकरी चाहने वालों को सूचीबद्ध करता है।
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