केंद्र सरकार का जीएसटी पर रवैया साफ 30 जून और 1 जुलाई की मध्य रात्रि से ही लागू होगा। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष अधिवेश्न आयोजित किया जाएगा और ठीक आधी रात को जीएसटी का उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 30 जून की रात ठीक 12 बजे विशेष कार्यक्रम में मंच पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के अलावा दो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा भी मौजूदा होंगे। विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, विपक्षी दलों के नेता भी आदि मौजूद रहेंगे।
बता दें कि 14 अगस्त 1947 को आजादी से पहले पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने संसद का विशेष समारोह रात 12 बजे बुलाया था। इस समारोह को ‘फ्रिडम एट मिडनाइट’ के नाम से जाना जाता है। इस समारोह में नेहरू ने अपनी विश्व प्रसिद्ध स्पीच ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ स्पीच दी थी। इसके 70 साल बाद जीएसटी लॉन्च करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा ही समारोह करने जा रहे हैं, जिसमें वह ऐतिहासिक भाषण देंगे। सामोरह के पहले दो विशेष फिल्म भी दिखाई जाएगी।
जेटली ने कहा कि जीएसटी ज्यादा कारगर टैक्स व्यवस्था है और इससे टैक्स और राजस्व की चोरी रूकेगी। केंद्र और राज्य सरकारों की आमदनी और खर्च की क्षमता बढ़ेगी। जीएसटी से देश में लगने वाले सभी अप्रत्यक्ष करों की जगह एक कर ही लगेगा। इसमें सभी वस्तुओं और सेवाओं पर चार वर्गों में बांटकर टैक्स लिया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त जीएसटी काउंसिल ने 5, 12, 18 और 28 फीसदी दरें टैक्स के लिए की हैं।
जीएसटी को आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म माना जा रहा है। जीएसटी परिषद करीब 1200 वस्तुओं और सेवाओं पर लगाई जाने वाली जीएसटी की दर पहले ही तय हो चुकी है। जीएसटी लागू होने के बाद अभी तक लगने वाले एक्साइज ड्यूटी, लग्जरी टैक्स, सर्विस टैक्स, एंट्री टैक्स, एंटरटेनमेंट और वैट आदि टैक्स नहीं लगेंगे।