इंदौर के मैदान पर गुजरात ने रचा इतिहास, 82 साल बाद जीता रणजी फाइनल
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इंदौर की जमीं पर गुजरात ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। तकरीबन 82 साल बाद गुजरात ने मुम्बई को पांच विकेट से हराकर रणजी का ख़िताब अपने नाम किया है। बता दें कि यह पहला मौका है जब गुजरात ने यह ख़िताब हासिल किया हो। इसके साथ ही गुजरात ने सबसे ज़्यादा रनों का पीछा कर एक नया रिकार्ड कायम किया है। गुजरात ने जिस टीम को हराया है वह टीम अब तक 41 बार रणजी फाइनल जीत चुकी है।
ग़ौरतलब है कि 66 साल पहले गुजरात की टीम रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी। लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाई थी। उस समय होलकर टीम ने इस मैच को जीता था। उस वक्त गुजरात टीम की कप्तानी पॉली उमरीगर ने की थी। वहीं होलकर टीम की कप्तानी कर्नल सीके नायडू ने की थी।
पार्थिव ने खेली शानदार पारी
गुजरात के कप्तान पार्थिव पटेल ने (144) रनों की शानदार पारी खेलकर टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। पार्थिव के अलावा मनप्रीत जुनेजा ने भी 54 रनों का अहम योगदान दिया।
बता दें कि पार्थिव 46वीं बार फाइनल खेल रही मुंबई की पहली पारी 228 रनों पर ही सिमट गई थी। इसके बाद गुजरात ने पार्थिव (90) और मनप्रीत (77) की पारियों की मदद से अपनी पहली पारी में 328 रन बनाते हुए 100 रनों की बढ़त ले ली थी। मुंबई ने दूसरी पारी में 411 रन बनाते हुए गुजरात के सामने 312 रनों का लक्ष्य रखा था। चिराग गांधी (नाबाद 11) ने टीम के लिए विजयी शॉट लगाया। गांधी के साथ रुजुल भट्ट 27 रन बनाकर नाबाद लौटे।
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