डॉन के साथ जेल में रहना चाहता है IAS, जानिए क्या है कारण
आपने पुलिस को तो अपराधी, गैंगस्टर या डॉन को जेल ले जाते हुए देखा होगा लेकिन क्या आपने किसी आईपीएस, आईएएस या पुलिसवाले को किसी अपराधी के साथ जेल में रहने की अपील करते हुए देखा है। नहीं न! लेकिन ऐसा हुआ है। हाल ही में एक आईएएस ने डॉन अबू सलेम के साथ एक महीने जेल में रहने की मंषा जाहिर की है। इसके पीछे उनका क्या मकसद है आइए आपको बताते हैं।
मध्यप्रदेष के गुना जिले में पदस्थ एडीएम नियाज अहमद खान ने सरकार से एक महीने के लिए अबू सलेम के साथ जेल में रहने की परमिषन मांगी है। नियाज अहमद ने सरकार से अनुमति मांगी है। कलेक्टर ने भी इनकी ऐप्लीकेषन राज्य सरकार को फॉरवर्ड कर दी है। अबू सलेम इस समय मुुंबई की हाई सिक्योरिटी जेल में कैद है।
क्यों रहना चाहते हैं डॉन के साथ
एडीएम नियाज खान डॉन के साथ क्यों रहना चाहते हैं इसके पीछे का कारण बड़ा ही दिलचस्प है। दरअसल नियाज खान एक आईएएस होने के साथ-साथ एक लेखक भी है और इस समय वे अबू सलेम की लाइफ पर बेस्ड नॉवले लिख रहे है। इस नॉवेल का नाम ‘लव डिमांड्स ब्लड’ है। नियाज खान इसे पिछले छः महीने से लिख रहे हैं और अभी तक 300 पन्ने लिखे जा चुके है सिर्फ 50 पन्ने रह गए है।
क्या होगा 50 पन्नों में ख़ास
इन पचास पन्नों के लिए एडीएम खान को अबू सलेम की जरूरत है। वे जानना चाहते हैं कि उनके और एक्ट्रेस मोनिका बेदी के बीच में क्या लव स्टोरी थी। इस नॉवेल में उन्होंने अबू सलेम के पैदा होने से लेकर उसके डॉन बनने तक की कहानी लिखी हैं। डॉन बनने के बाद वह जेल पहुंच गया इस बात को भी नॉवेल में षामिल किया गया है।
मानसिकता का अध्ययन करेंगे
अबू सलेम ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया कि अबू सलेम तालोजा जेल में बंद हे। उसकी मानसिक दषा का अध्ययन करना है। वह किस स्थिति में है और उसे अपने अपराधों का बोध है या नहीं? राज्य सरकार से अनुमति मिले के बाद महाराश्ट्र सरकार को पत्र लिखूंगा। उनका नया उपन्यास 12 भाशाओं में आएगा। जबकि अब तक 4 उपन्यास इंग्लिष भाशा में लिखे है।
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