गोरखपुर के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत पर सफाई पेश करते हुए यूपी के स्वास्थ्यमंत्री ने शर्मनाक बयान दिया। उन्होंने इस घटना पर बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हर साल अगस्त में बच्चों की मौत होती है। बच्चों की मौत के लिए ऑक्सीजन की कमी को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया और अगस्त में मौते होने को स्वाभाविक बताते रहे। वहीं प्रिंसिपल को सस्पेंड करने के पीछे का कारन ऑक्सीजन सप्लाई की जाँच करना बताया। उन्होंने सफाई पेश करते हुए कहा कि हमारी सरकार बच्चों की मौत को कम नहीं आंक रही है। अस्पताल में अब ऑक्सीजन की कमी नहीं है। इस तरह मंत्री ने शर्मनाक बयां देकर दोहरी तार्किक दलील पेश की।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार इस घटना को लेकर काफी संवेदनशील है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुझे गोरखपुर जाने का निर्देश दिया है।यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जिले गोरखपुर में 63 लोगों ने ऑक्सीजन सप्लाई रोके जाने से दम तोड़ दिया। BRD मेडिकल कॉलेज में इंसेफ़लाइटिस के मरीजों के लिए बने 100 बेड के ICU सहित दूसरे ICU व वार्डों में देर रात से रुक-रुक कर ऑक्सीजन सप्लाई ठप होने से मासूमों व अन्य मरीजों ने अपनी जान गंवा दी थी
अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति रोक दी गई थी
ख़बरों में तह तथ्य बना हुआ है कि मेडिकल कॉलेज के नेहरु अस्पताल में सप्लाई करने वाली कंपनी का 69 लाख रु. का भुगतान बकाया था, जिसके चलते गुरुवार शाम को उक्त कंपनी ने अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति रोक दी थी।
साक्षी महाराज ने इसे नरसंहार बताया
वहीं गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में 32 मासूम बच्चों समेत कुल 63 लोगों की मौत पर BJP सांसद साक्षी महाराज ने तीखा हमला बोला है। साक्षी महाराज ने मासूमों की मौत को नरसंहार बताया है। साथ ही उन्होंने योगी सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की अपील की है।
यह मामला नरसंहार है
साक्षी महाराज ने कहा कि इसमें मुझे कोई भी टिप्पणी करने की जरुरत नहीं है। 2 दिन पहले ही योगी जी वहां होकर आए थे। ये उनके क्षेत्र का मामला है। वे वहां जाते ही रहते हैं। बहुत समझदार और संवेदनशील हैं योगी जी। अब जो बच्चे चले गए हैं, उन्हें लाया नहीं जा सकता है। यह मामला नरसंहार है।