क्या है चिकनगुनिया? जानिए इसके लक्षण और उपचार
चिकनगुनिया एक वायरल बुखार है। एडीज एजिप्टी नाम के मच्छर, जिसको पीले बुखार का मच्छर भी कहते हैं, के काटने से ये वायरस हमारे शरीर में घुस जाता है। चिकनगुनिया बीमारी सीधे एक मनुष्य से दुसरे मनुष्य में नहीं फैलती लेकिन एक बीमार व्यक्ति को एडीज मच्छर के काटने के बाद फिर स्वस्थ व्यक्ति को काटने से फैलती है। जब चिकनगुनिया का वायरस मनुष्यों के शरीर में प्रवेश करता है, तो मनुष्य बुखार, खांसी, जुकाम, बदन में दर्द और जोड़ों में दर्द से पीड़ित हो जाता है।
चिकनगुनिया के लक्षण निम्न है…
-1-3 दिन तक बुखार रहना, जोड़ों में दर्द और सूजन पड़ जाना। ठंड और कंपकपी के साथ तेज़ बुखार चढ़ना। त्वचा का खुश्क पड़ना। सिर दर्द होना। उल्टी होना। आँखों मे दर्द होना। नींद ना आना। भूख कम लगना ।जी मिचलाने। हाथों एवं पैरों पे चकते पड़ना कुछ लोगों के मसूड़ों और नाक से खून का निकलना।
आमतौर पर ये लक्षण 5 से 7 दिन तक रहते हैं। लेकिन रोगी को जोड़ों में दर्द लंबे समय तक रहता है। इस रोग से कुछ लोग ज़्यादा प्रभावित हो सकते हैं जैसे कि नवजात शिशु, बूढ़े लोग जिनकी उम्र 65 साल या अधिक है और ऐसे लोग जिनको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारी हो, उन लोगों के लिए चिकनगुनिया की परेशानी बढ़ भी सकती है। इस प्रकार के लोगों को चिकनगुनिया के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और पूरी सावधानी से उपचार करना चाहिए।
चिकनगुनिया के घरेलू उपचार…
चिकनगुनिया होने पर डॉक्टर की सलाह लेना सबसे जरूरी है। वैसे इस बीमारी से बचाव के कुछ घरेलू उपचार भी हो सकते हैं क्यूंकि इस बीमारी को ठीक करने की दवाई तो ज़्यादा नहीं है, बस लक्षणों को कम किया जा सकता है और समय जितना लगना है वो तो लगता ही है। डॉक्टर की सलाह और बताई हुई दवाओं के साथ चिकनगुनिया से पीड़ित रोगी को निम्न उपाय अपनाने चाहिए:
-ज्यादा से ज्यादा गुनगुना पानी पीएं, जिससे आपका इम्यून पॉवर मजबूत रहे। दूध- दही या अन्य चीजों का सेवन करें। रोगी को नीम के पत्तों का रस निकालकर दें। रोगी के कपड़ों एवं बिस्तर की साफ-सफाई पर ध्यान दें। पपीता व करेला अधिक से अधिक खाएं। अपने घर के अंदर और आस-पास हमेशा सफाई रखें। घरों या अपने आसपास की जगह में पानी जमा न होने दें। घरों में कूलर को समय –समय पर साफ करें। अगर ऐसा न हो पाए, तो आप सप्ताह में एक बार पेट्रोल डाल सकते हैं। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। पूरे कपड़े पहने और हमेशा अपने आप को ढ़ककर घर से निकलें। बाहर का खुला खाना या पानी पीने से बचें ।शाम होते ही खिड़की-दरवाजों को बंद रखें, ताकि मच्छर घर में प्रवेश ना कर पायें।
source: labsadvisor.com