सौरमंडल के बाहर मिला सबसे गर्म गृह, जानिए कैसा है यह!
अतंरिक्ष का रहस्य और रोमांच हमेशा कुछ ना कुछ नया अचम्भा देता रहता है। पूर्णिमा के निकटवर्ती रातों में तारे और चन्द्रमा की युति से चमचमाता सौरमंडल बाल-मन से लेकर बूढ़े प्राणी को भी बरबस ही आकर्षित कर लेते हैं, तथा हर किसी के मन में उनको नज़दीक से जानने की इच्छा प्रबल हो जाती है। दुनिया भर के वैज्ञानिक इस अनंत ब्रह्मांड और सौर मंडल को जानने की कोशिश में लगे रहते हैं। इन्हीं कोशिशों के बीच सौर मंडल से बाहर स्थित एक ऐसे ग्रह केल्ट-9-B की खोज हुई है, जिसकी संरचना एक तारे की तरह है। वो सूरज से तो ठंडा है लेकिन फिर भी इतना गरम है कि वहां किसी भी तरह के जीवन की संभावना नहीं है।
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केल्ट-9-B गृह के बारे में विस्तार से जानिए
वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ग्रह की खोज की है, जो खोज किये जा चुके ग्रहों में सबसे गर्म है। केल्ट-9-B नाम का ये ग्रह पृथ्वी से करीब 650 प्रकाश वर्ष दूर है। दिन में इस ग्रह का तापमान अधिकतम 4300 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, जो सूर्य के सतही तापमान से करीब 1300 डिग्री सेल्सियस कम है। सौर मंडल में अभी शुक्र सबसे ज्यादा गर्म ग्रह है। शुक्र पर दिन में तापमान करीब 460 डिग्री सेल्सियस होता है।
नीले और सफेद रंग की निकलने वाली रोशनी अजूबा
ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोनॉमी के प्रोफे. स्कॉट गाउडी का कहना है कि केल्ट-9-B से निकलने वाली नीले और सफेद रंग की निकलने वाली रोशनी अजूबा है। उन्होंने पहली बार इस तरह के ग्रह को देखा है। नेचर जर्नल में उनके प्रकाशित लेख में स्कॉट गाउडी और उनके एक सहयोगी का कहना है कि केल्ट-9-B से जिस मात्रा में ऊष्मा निकल रही है, वो असाधारण रूप से किसी तारे के साथ संबंध का परिणाम है।
‘तारे और ग्रह का मिला जुला रूप है’ – यह कहने से अभी बचना चाहिए
स्कॉट गाउडी का कहना है कि केल्ट-9-B को ग्रह का नाम देने के मामले में उनकी एक सहयोगी के साथ सिंगल माल्ट स्कॉच तक की शर्त लग गई थी। क्योंकि केल्ट-9-B को ग्रह का दर्जा देने के लिए उनका सहयोगी तैयार नहीं था। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के एक एस्ट्रोनॉमर ड्रेक डेमिंग (अध्ययन में शामिल नहीं) का कहना है कि केल्ट-9-B एक तरह से तारे और ग्रह का मिला जुला रूप है, यह कहने से अभी बचना चाहिए।
रिसर्च व्हीकल को ग्रह के सतह के करीब तक उतारा जा सकता है
केल्ट-9-B एक तारे जितना गर्म है, हो सकता है यह कुछ तारों से ज्यादा गर्म हो लेकिन तारों के विपरीत प्लेनेट में न्यूक्लियर कोर नहीं होता है, जिसमें हाइड्रोजन और हीलियम एक दूसरे में परिवर्तित होते रहते हैं। एस्ट्रोनॉमर्स ने किलोडिग्री एक्स्ट्रीमली लिटिल टेलीस्कोप या केल्ट के जरिए इस ग्रह की खोज की थी। केल्ट-9-B की चाल को लेकर वैज्ञानिकों में भ्रम है। वैज्ञानिकों का मानना है कि सौरमंडल से बाहर मिले इस ग्रह के बारे में विस्तार से अध्ययन की जरूरत है। इसके अलावा डमी के तौर पर किसी रिसर्च व्हीकल को ग्रह के सतह के करीब तक उतारा जा सकता है, ताकि और बेहतर जानकारी मिल सके।
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