लोन लेने के लिए जरुरी डॉक्यूमेंट
एडमिशन मिलने का प्रमाणपत्र,
स्टडी प्रोग्राम का कास्ट ब्रेकअप,
लोन लेने का आवेदन फार्म,
पते, पहचान के प्रमाण, सिगनेचर वेरिफिकेशन यानी आवेदक की जानकारी,
गारंटर की इनकम प्रूफ,
विदेश जाने के लिए लोन लेने पर यूनिवर्सिटी का लेटर,
वीजा डाक्यूमेंट और ट्रेवल पेपर्स,
खर्चों की सूची, फोटोग्राफ।
कब मिलता है लोन
बैंक सबसे पहले यह जांच करता है कि जिस यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट एडमिशन लेने जा रहा है वो मान्यता प्राप्त है या नहीं। यहीं नहीं बैंक कोर्स के बारे में भी पता करता है कि इस कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट्स की अच्छी जॉब लग जाएगी या नहीं।
ये होती है ब्याज दर
एजुकेशन लोन के लिए ब्याज दर 11.75 और 14.75 फीसदी है।
एजुकेशन लोन के लिए सिक्योरिटी
चार लाख रुपये तक के एजुकेशन लोन पर किसी भी प्रकार की सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं पड़ती है लेकिन इसके लिए बैंक के द्वारा पेरेंट्स के फाइनेंशियल स्टेट्स का अप्रेजल भी किया जाता है। यदि चार लाख रुपये से अधिक लोन लेते हैं तो लोन के अनुरूप सिक्योरिटी की जरूरत होती है या किसी अन्य पार्टी को गारंटी लेनी होती है।
रिपेमेंट की प्रक्रिया
कोर्स के दौरान पहले साल उपयोग किए गए लोन का सिम्पल इंटरेस्ट ही अदा करना होता है लेकिन कोर्स खत्म होने के बाद रिपेमेंट की प्रक्रिया शुरू होने के पांच वर्षों में पूरा पेमेंट करना होता है।
टैक्स में छूट
अगर आपने एजुकेशन लोन लिया है, तो आपको इनकम टैक्स की धारा 80 ई के तहत छूट मिलती है।