इंदिरा गांधी नेशनल ओपन युनिवर्सिटी ने शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम लिया हैं। इग्नू इस साल से देश के ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों के लिए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सभी को मुफ्त में एडमिशन देने का फैसला किया हैं। इससे पहले भी इग्नू इस तरह की पहल कर चुका हैं। इग्नू सेक्स वर्कर्स, जेल में बंद कैदियों और बुनकरों के फ्री में शिक्षा की सुविधा उपलब्ध करा रहा हैं।
अधिकारियों ने बताया कि किसी यूनिवर्सिटी में रेग्यूलर बैचलर कोर्स करने के लिए ट्रांसजेंडर्स के लिए शायद ही कोई प्रोविजन हैं। ट्रांसजेंडर्स के लिए एडमिशन फॉर्म में कोई विकल्प नहीं है। अगर कहीं ट्रांसजेंडर्स के लिए एडमिशन फॉर्म में कोई विकल्प है भी, तो डन्हें फॉर्मल डॉक्युमेंट के अभाव में दूर कर दिया जाता हैं। यहां पर उनकी पहचान को आधार या फिर किसी अथॉरिटी से जारी सर्टिफिकेट से ही वेरिफाई किया जा सकता है। इग्नू में एडमिशन के लिए ट्रांसजेंडर्स को ट्रांसफर और माइग्रेशन के जैसा कोई डॉक्युमेंट नहीं जमा कराना पड़ेगा।
इस प्रोविजन के तहत ट्रांसजेंडर्स भी किसी भी प्रोग्राम में इनरोल हो सकेंगे। इसी दौरान उन्हें सभी तरह की मदद भी दी जाएगी। सेशल साइंस, टूरिज्म, मैनेजमेंट, साइंस, साइकोलॉजी एजुकेशन में इग्नू 228 अकादमी और प्रोफेशन कोर्स ऑफर करता हैं।
लखनऊ के क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा सिंह के अनुसार, ‘ट्रांसजेंडरों को फ्री शिक्षा की सुविधा देश भर के सभी सेंटरों पर चलाई जाएगी। हमने इस संदर्भ में ट्रांसजेंडरर्स एक्टिविस्ट से मदद मांगी है। हमारी इस मुहिम का मकसद थर्ड जेंडर्स में भी एजुकेशन को प्रमोट करना है। आज भारत में 54 क्षेत्रीय सेंटरों के साथ ही 3 हजार से अधिक स्टडी सेंटर्स हैं। वर्तमान स्थिति में यूपी में ही करीब 150 स्टडी सर्कल हैं।’
इग्नू में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं। इसमें सर्टिफिकेट प्रोग्राम के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 16 जुलाई और अन्य प्रोग्राम के लिए अंतिम दिन 31 जुलाई है।