इंडियन इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा अब ऑनलाइन होगी। जी हां, साल 2018 से आईआईटी के लिए होने वाली परीक्षाएं ऑनलाइन ही आयोजित की जाएंगी। यह फैसला आईआईटी के संयुक्त एडमिशन बोर्ड ने रविवार को एक बैठक में लिया है।
छात्रों के लिए एनआईटी, आईआईटी और केंद्र द्वारा हासिल फंड से चल रहे दूसरे अन्य संस्थानों में एनरॉलमेंट के लिए जेईई मेंस परीक्षा पास करना जरूरी होता है। इसके बाद वे जेईई एडवांस के लिए क्वालिफाई करते हैं। बता दें कि अब तक जेईई मेंस परीक्षा ऑनलाइन मोड से देने का ऑप्शन उपलब्ध है, लेकिन अब जेईई एडवांस पूरी से ऑनलाइन ही होगा। इससे इवेल्यूएशन प्रोसेस आसान बनाई जा सके।
बता दें कि हर साल परीक्षा में 13 लाख से ज्यादा छात्र शामिल होते हैं, लेकिन केवल 10 फीसदी ही ऐसे हैं, जो ऑनलाइन मोड का ऑप्शन चुनते हैं। लेकिन अब सभी ऑनलाइन ही परीक्षा देनी होगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार इस कदम से परीक्षा में ट्रांसपैरेंसी आएगी और पेपर लीक होने जैसी घटनाओं से बचा जा सकेगा। ऑनलाइन परीक्षा में छात्रों को किसी तरह की समस्या कासामना न करना पड़ा, इसके लिए तीन दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा गया है । ट्रेनिंग के दौरान छात्रों को ऑनलाइन मॉक टेस्ट देने का मौका भी मिलेगा।
इस साल कई छात्रों ने पेपर में हुई गलती को लेकर आपत्ति जताई थी,इसलिए इस नए फैसले से पेपर में होने वाली मिसप्रिंट से भी बचा जा सकता है। इस मामले के बाद, आईआईटी मद्रास ने परीक्षा में उपस्थित होने वाले सभी छात्रों को 18 अंक बोनस देने का फैसला किया था, भले ही उन्होंने सवाल का प्रयास किया हो। इसे एक छात्र ने चुनौती दी थी और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था।