भारत के लिए बेमिसाल होगी मोदी-ट्रंप की जोड़ी
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पिछले 24 घंटों में दुनिया में भारत के लिए दो बहुत ही सुखद घटनाएं घटी हैं। एक तो पीएम मोदी ने कालेधन, भ्रष्टाचारियों और जाली नोटों का कारोबार करने वालों पर लगाम लगाने के लिए 500 और 1000 के नोटों के चलन को बंद कर दिया है वहीं दूसरी ओर अमेरिका में इस्लाम विरोधी डोनाल्ड ट्रंप अब राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। इन दोनों ही घटनाओं का भारत पर गहरा असर होगा। एक तो भारत में कालाधन लगभग न के बराबर होगा और दूसरा दुनिया से आतंकवाद खत्म होगा।
आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर भारत
अब कालाधन लगभग न के बराबर होगा और नकली भारत में नकली नोटों का कारोबार करने वाले देश को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। पीएम मोदी ने ये ऐतिहासिक फैसला लेकर भारत के आर्थिक महाशक्ति बनने के द्वारा खोल दिए हैं। उधर ट्रंप ने भी खुद को हिंदुओं का सच्चा मित्र बताया है तो जाहिर सी बात है कि अमेरिका अब आतंकवाद के मुद्दे से लेकर कई मुद्दों पर भारत की मदद करेगा।
आतंकवाद का खात्मा करेंगे ट्रंप
ये बात तो सभी जानते हैं कि ट्रंप इस्लाम विरोधी हैं। डोनाल्ड ट्रंप खुद ये बयान दे चुके हैं कि ’’मैं हिंदुओं का बहुत बड़ा फैन हूं।’’ इसके अलावा डोनाल्ड मोदी का भी समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने तो यहां तक कह दिया है कि ’’अब व्हाइट हाउस में हिंदुओं का एक सच्चा मित्र होगा।’’ याद हो कि डोनाल्ड पाकिस्तान के परमाणु हथियारों पर कब्जे की भी बात कह चुके हैं। साथ ही दुनिया भर के इस्लामिक आतंकियों पर रोक की बात भी कह चुके हैं। यहां तक कि उन्होंने इस्लामिक आतंकियों को ’सुअर के खून में डूबी गोली’ मारने का भी सुझाव दिया था।
डोनाल्ड के बयानों से एक बात तो साफ होती है कि वे किसी भी तरह आतंकवाद को खत्म करना चाहते हैं। उनके आने के बाद अब पाकिस्तान को आर्थिक और सैन्य मदद नहीं मिलेगी और भारत में आतंकवाद पर लगाम लग जाएगी। भारत के लिए यह बात राहत वाली हो सकती है क्योंकि चीन को रोकने के लिए अमेरिका भारत को अपना प्रमुख सहयोगी बना सकता है।
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