अमेरिका के राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प पर एक डेमोक्रेटिक सांसद ने यह आरोप लगाते हुए कि ट्रम्प ने वर्ष 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में कथित रूसी हस्तक्षेप की संघीय जांच में बाधा पहुंचाई है, उनके खिलाफ पहला महाभियोग “आर्टिकल ऑफ इम्पीचमेंट” प्रस्ताव पेश किया है. ट्रम्प ने इसी वर्ष 20 जनवरी को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी. यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी सांसद ने ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश किया है.
दो सांसदों ने मिल कर किया पेश
कैलिफोर्निया से डेमोक्रेटिक सांसद ब्रैड शेरमेन ने टेक्सॉस के सांसद अल ग्रीन के साथ मिलकर बड़े अपराधों और खराब आचरण के लिए ट्रम्प के खिलाफ “आर्टिकल ऑफ इम्पीचमेंट” पेश किया. डेमोक्रेट अल ग्रीन ने शेरमेन के इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं.
इसी के साथ इस प्रस्ताव के रिपब्लिकन के नियंत्रण वाली कांग्रेस में पारित नहीं होने की संभावना भी है, क्योंकि इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रतिनिधि सभा को इसे बहुमत से पारित करना होगा. ट्रम्प की रिपब्ल्किन पार्टी के पास मौजूदा प्रतिनिधि सभा में 46 मतों की बढ़त है और इसकी संभावना कम है कि उनकी पार्टी के सांसद इस महाभियोग प्रस्ताव पर वोट देंगे.
व्हाइट हाउस ने भी शेरमेन के इस कदम को खारिज कर दिया है. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा हकाबी सैंडर्स ने कहा कि मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से बेतुका और अब तक की सबसे खराब राजनीति है.
ट्रम्प ने न्याय में बाधा डाली – शेरमेन
शेरमेन ने ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के बाद कहा कि डोनॉल्ड ट्रम्प जूनियर के हालिया खुलासे से यह संकेत भी मिलता है कि ट्रम्प का अभियान रूस से सहायता लेने का इच्छुक था. अब यह लग रहा है कि जब राष्ट्रपति ने सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन की जांच और व्यापक रूसी जांच में बाधा पहुंचाने की कोशिश की तो वह कुछ छिपाना चाहते थे. मेरा मानना है कि उनकी बातचीत और फिर FBI निदेशक जेम्स कोमी की बर्खास्तगी ने न्याय में बाधा डाली.