जैसे रंग चिकित्सा में कहा गया है कि लाल रंग आपके रक्त में एडोनिल का स्तर बढ़ाता है, पीले- हरे- नीले रंग आप के लिए शांति और दर्द निवारक के रूप में काम करते हैं. नारंगी रंग ऊर्जावान होता है. नारंगी और पीले रंग के प्रयोग से कब्ज को दूर किया जाता है. नीले रंग के स्विमिंग पूल में नहाने से आपका बीपी सही होता है. उसी प्रकार वास्तु में रंगों के उपयोग से आपके जीवन में खुशहाली आती है. अगर आप अपने घर में सही रंगों का चुनाव करते हैं तो आपका परिवार हमेशा उन्नति करेगा और आपस में प्रेम भी बना रहेगा। ऐसा ज्योतिषाचार्यों का कहना है क्योंकि रंग आप के वातावरण को अनुकूलता प्रदान करते हैं.
रंग और ध्वनि इस प्रकार की ऊर्जा है, जो हमारे वातावरण में फैली हुई है इसलिए वास्तु में रंगों का अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान है. आपके जीवन में शुभ रंगों का प्रयोग आपके भाग्य को जगाता है, और अगर आप अशुभ रंग का प्रयोग करते हैं तो यह आपके भाग्य में कमी करते नजर आते हैं. इसकी वजह से आपको मानसिक परेशानियां भी उठानी पड़ती हैं. वास्तु में पांच तत्व है यह तत्व किसी ना किसी रंग का प्रतिनिधित्व करते हैं, जैसे नीला रंग पानी का, भूरा रंग धरती का, लाल रंग आग का प्रतीक माना जाता है आदि. रंग हमारे जीवन पर अपना बहुत ही गहरा प्रभाव डालते हैं. यह हमारे विचारों को भी प्रभावित करते हैं. आपकी सफलता-असफलता भी इन पर निर्भर होती है ऐसा ज्योतिषाचार्यों का कहना है. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि घर के किस कमरे में कौन से रंग का उपयोग करना चाहिए.
- सबसे पहले बात करते हैं हम ड्राइंग रूम की यह वह कमरा होता है जहां पर आप के गेस्ट आते हैं. ड्राइंग रूम में पीला- गुलाबी -हलका भूरा या हल्के नीले रंग का प्रयोग करना चाहिए।
- अब बात करते हैं बेडरूम की. बेडरूम एक ऐसी जगह है जहां आप शांति के साथ कुछ पल अपने साथी के साथ बताते हैं. वैसे बेडरूम में आप को हल्का गुलाबी या हल्का हरा रंग प्रयोग करना चाहिए.
- किचन में आपको सफेद या हल्के क्रीम कलर का उपयोग करना चाहिए.
- बच्चों के कक्ष में नारंगी रंग का प्रयोग अच्छा माना जाता है क्योंकि बच्चे बहुत चंचल होते हैं. उनके मन में स्फूर्ति एवं उत्साह भरा होता है. अगर आप बच्चों के रूम में हल्के रंग का प्रयोग करते हैं तो बच्चों में सुस्ती और आलस्य ज्यादा होगा। अगर आप नारंगी रंग का उपयोग करते हैं तो बच्चे बहुत एक्टिव होंगे और आज के जमाने में बच्चे एक्टिव ही होना चाहिए.
- बाथरूम और टॉयलेट में हल्के नीले- आसमानी या गुलाबी रंग का प्रयोग करें.
कुछ टिप्स –
- घर के खिड़की दरवाजों का रंग हमेशा गहरा होना चाहिए आपके लिए यह सही रहेगा कि आप इन्हें डार्क ब्राउन रंग से रंगें.
- जहां तक हो सके घर को कलर करते समय हमेशा हल्के रंगों का प्रयोग करें।
- अगर आप अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाना चाहते हैं तो कमरे की उत्तर की तरफ जो दिवार है उस पर हरा रंग करवाना चाहिए।
- अगर घर में ज्यादा डिप्रेशन का माहौल रहता हो तो आपको नीला रंग करवाना चाहिए।
- गुलाबी रंग आपकी आंखों को दिल और दिमाग को सुकून तो देता ही है साथ में यह परिवार में प्यार भी बढ़ाता है इसलिए बेडरूम के लिए यह रंग बहुत ही अच्छा माना जाता है.
रंगों की ग्रहों के अनुसार जानकारी
अगर आप चाहें तो ग्रहों के अनुसार भी रंगों का प्रयोग करके अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं.
- सूर्य – नारंगी और गुलाबी
- चंद्रमा – पीली झाईं मिश्रित सफ़ेद (ऑफ व्हाईट)
- मंगल – गहरा लाल
- बुध – हरा और तोतिया
- बृहस्पति – सुनहला और पीला
- शुक्र – झक्क सफ़ेद (अल्ट्रा व्हाईट) और रंगबिरंगा
- शनि – हल्का नीला आसमानी
- राहू – गहरा नीला भूरा (ब्राउन)
- केतु – धूएं जैसा सलेटी