अब तक देश में कई तरह के घोटाले सामने आए हैं। इनमें अनाज और राशन से जुड़े घोटाले भी शामिल हैं। लेकिन अभी जो मामला सामने आया है उसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। क्योंकि यह मामला मंदिर के पुजारी से जुड़ा हुआ है। दरअसल, राजस्थान के बारान जिले में एक पुजारी लम्बे समय से भगवान के नाम पर राशन ले रहा था। चौंकाने वाली बात तो यह है कि पुजारी ने इस मामले की भनक किसी को भी नहीं लगने दी। पुजारी ने भगवान कृष्ण, गणेश और दूसरे देवी-देवताओं के नाम राशन कार्ड पर लिखवा रखे थे।
जिला आपूर्ति अधिकारी के मुताबिक बारां जिले में मंदिर के एक पुजारी बाबूलाल ने फर्जी राशन कार्ड बनवाकर राशन ले रहा था। डिस्ट्रिक सप्लाई ऑफिसर शंकर लाल मीणा ने बताया कि 70 वर्षीय बाबू लाल फर्जी नामों से राशन उठा रहा था। बाबू लाल का दावा है कि यह कार्ड उसे 2015 में इश्यू हुआ था। इस फर्जी नामों वाले राशन कार्ड में मुरली मनोहर को घर का मुखिया दिखाया गया है, जिनकी उम्र 70 साल है। मुरली मनोहर, कृष्ण का ही एक नाम है। कार्ड में उनकी पत्नी के नाम की जगह ठकुरानी लिखा है, जिनकी उम्र 65 साल लिखी गई है। पुजारी ने राशनकार्ड में बेटे के तौर पर भगवान गणेश का नाम लिखवा रखा था और उनकी उम्र 35 साल लिखवाई थी।
कैसे हुआ इस मामले का खुलासा?
मिली जानकारी के मुताबिक पुजारी भगवान के नाम पर बने राशन कार्ड पर पिछले 40 सालों से राशन ले रहा था। मामले की पोल तब खुली जब राशन लेते वक्त अंगूठा लगाना जरूरी कर दिया गया। रसद विभाग ने राशन कार्ड धारक का राशन डीलर की पास मशीन पर अंगूठा लगाना जरूरी कर दिया है। इस बार अधिकारियों ने पुजारी बाबूलाल से उन सभी रिश्तेदारों को हाजिर करने को कहा जिनका नाम कार्ड पर था लेकिन पुजारी ने ऐसा करने से मना कर दिया और रसद विभाग पर उसको परेशान करने का आरोप लगाया।
कड़ी पूछताछ के बाद पुजारी बाबूलाल ने फर्जी राशन कार्ड बनवाने की बात कबूल कर ली। उसने बताया कि राशनकार्ड में लिखे सभी नाम मंदिक के भगवानों के हैं। कार्ड के जिस सेक्शन में पता लिखा होता है वहां पुजारी ने मंदिर का पता दिया था। अधिकारियों के मुताबिक राशन कार्ड को सीज कर दिया गया है। साथ ही यह पता लगाया जा रहा है कि पुजारी ने इस कार्ड पर कितना राशन लिया है।