टेस्ट के बाद शहर को मिल सकती है ये नई सौगात
इंदौर। शहर के होलकर स्टेडियम में चार सफल इंटरनेशनल वनडे के बाद बीसीसीआई ने होलकर स्टेडियम को टेस्ट मैच का दर्जा भी दे दिया है जिससे पूरे शहर में खुशी का माहौल है। इसी के साथ शहर को एक ओर सौगात भी मिल सकती है और वह है डे-नाइट टेस्ट मैच। भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज के तीन मुकाबलों में से एक डे-नाइट टेस्ट मैच भी खेला जाना है। इस मैच को लेकर आईसीसी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को सहमति दे दी है। इंदौर के अलावा कोलकाता और कानपुर में भी टेस्ट मैच होना है, लेकिन डे-नाइट टेस्ट मैच की मेजबानी के लिए इंदौर की दावेदारी सबसे मजबूत है। हालाकि इसका आखिरी फैसला जून के आखिरी में होगा।
बीसीसीआई ने शहर को टेस्ट मैच की मेजबानी देने के बाद गुरुवार देर रात एमपीसीए से डे-नाइट टेस्ट मैच के लिए तैयार रहने को कहा है। अगर इंदौर को इस डे-नाइट टेस्ट मैच की मेजबानी मिलती है तो यह भारत का ही नहीं एशिया का पहला और दुनिया का दूसरा डे-नाइट टेस्ट मुकाबला होगा। इससे पहले अब तक सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में एक डे-नाइट टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया है।
डे-नाइट टेस्ट की दावेदारी के लिए होलकर स्टेडियम की क्षमता –
– स्टेडियम अब तक दो इंटरनेशनल वनडे, दो आईपीएल, चैलेंजर ट्रॉफी और बोर्ड की कॉरपोरेट ट्रॉफी के डे-नाइट मैचों की सफल मेजबानी कर चुका है।
– कोलकाता के ईडन गार्डन पर दो बार इंटरनेशनल और आईपीएल के एक मैच में लाइट फेल होने की शिकायत हो चुकी है। जिसके कारण बोर्ड ने अपनी नाराजगी जताई है।
– कानपुर का स्टेडियम इस डे-नाइट टेस्ट की दौड़ में सबसे पीछे है, क्योंकि वहां का ग्रीन पार्क स्टेडियम इंदौर और कोलकाता के स्टेडियम की तुलना में कमजोर है।
बीसीसीआई ने हमें टेस्ट मैच की मेजबानी दी है, यह एमपीसीए के लिए गौरव की बात है। न्यजीलैंड टेस्ट सीरीज के तीन मैचों में से एक डे-नाइट होना है। बोर्ड अगर हमें इस डे-नाइट टेस्ट मैच की मेजबानी देता है तो हम इसके लिए तैयार हैं।
– मिलिंद कनमड़ीकर, सचिव, एमपीसीए