…तो इसीलिए इंडियन शूटर हीना नहीं बनना चाहती शूटिंग चैंपियनशिप का हिस्सा
भारतीय शूटर हीना सिद्धू ईरान में होने वाली शूटिंग चैंपियनशिप प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं बनेगी। उन्होंने इस प्रतियोगिता से अपना नाम वापस ले लिया है। हिना के इस फ़ैसले की वजह कोई चोट नहीं है बल्कि ईरान में होने वाले इस टूर्नामेन्ट में महिलाओं के लिए हिजाब का ड्रेस कोड होना है। इस बात की जानकारी ख़ुद हीना ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर दी है।
इस भारतीय पिस्टल शूटर ने कहा, ”आप अपने धर्म का पालन कीजिए, मुझे मेरा धर्म मानने दीजिए। अगर आप अपनी धार्मिक मान्यताओं को मुझे मानने के लिए विवश करेंगे तो मैं इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लूंगी।” बता दें कि 3 से 9 दिसंबर के बीच होने वाली इस प्रतियोगिता के आयोजकों ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर साफ़ कर दिया है कि ,’शूटिंग रेंज और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के कपड़े इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के नियम-कायदों के तहत होने चाहिए।’
पहले भी हीना कर चुकी हैं ऐसा
ये पहला मौका नहीं है जब यह हीना ने ईरान में होने वाली किसी प्रतियोगिता से अपना नाम वापस लिया है। इससे पहले भी वह ऐसा कर चुकी हैं। कई इस्लामिक देशों की यात्रा कर चुकीं ख़ुद हीना ने कहा, ”जी, मैं पहले भी एक बार ऐसा कर चुकी हूं। करीब दो साल पहले भी मैंने इसी कारण से ईरान न जाने का फ़ैसला किया है। सिर्फ़ ईरान ऐसा करता है और किसी देश में ऐसा नहीं होता।”
तीन हफ़्ते पहले हीना ने कर लिया था फ़ैसला
हीना के मुताबिक उन्होंने तकरीबन तीन हफ्ते पहले ही ईरान न जाने का फ़ैसला कर लिया था। इतना ही नहीं हीना ने अपने इस फ़ैसले से नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया को भी अवगत करा दिया था। हीना ने कहा, ‘मैंने एसोसिएशन को 20 दिन पहले ही पत्र लिखकर इस बारे में बता दिया था।” बता दें कि अब हीना की जगह पर 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में हरवीन सराओ को भेजा जा रहा है। इसके अलावा एयर पिस्टल टीम में रुचिका विनरेकर और सर्वेश तोमर को भी भेजा जाएगा।
भारतीय महिला शूटर्स ने किया फ़ैसले का स्वीकार
एक ओर हीना ईरान में हिजाब न पहनने का विरोध कर रही है तो वहीं दूसरी ओर भारतीय शूटर्स को ईरान के इस फ़ैसले से कोई परेशानी नहीं है। हीना को छोड़कर अन्य सभी भारतीय महिला शूटर्स ने इस फैसले को स्वीकार कर लिया है। राइफल असोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह का कहना है कि भारतीय निशानेबाजों ने हमेशा ईरानी परंपराओं का सम्मान किया है। उन्होंने कहा, ”ईरानी शूटिंग फेडरेशन के साथ हमारे संबंध अच्छे हैं और हम वहां की संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करते हैं। ईरान जाने वाली सभी महिलाएं चाहें वे यात्री हों या फिर डिप्लोमैट्स- सभी हिजाब पहनती हैं।”
जीता था गोल्ड मेडल
नई दिल्ली में हुए प्रतियोगिता के पिछले संस्करण में हीना ने गोल्ड मेडल हासिल किया था। इसके साथ ही उन्होंने भारत को टीम गोल्ड जीतने में भी मदद की थी। इस प्रतियोगिता में भारत ने कुल मिलाकर 17 पदक जीते थे।