इस साल मिलेगी देश को सौगात, एक लाख पार होगी प्रतिव्यक्ति आय
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इस बार देश को एक ख़ास सौगात मिल सकती है। दरअसल, केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) ने अपने आंकड़े जारी कर दिए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वर्षों की तुलना में देश की प्रतिव्यक्ति आय में काफ़ी इजाफा हुआ है। सीएसओ के आंकड़ों की माने तो इस बार (2016-17) प्रतिव्यक्ति आय एक लाख का आंकड़ा पार कर जाएगी। यह पहला मौका होगा जब देश की प्रतिव्यक्ति आय का स्तर यह होगा। बता दें कि इन आंकड़ों में नोटबंदी के असर को शामिल नहीं किया गया है।
पिछले साल की तुलना में ऐसे बढ़ा है प्रतिव्यक्ति आय का स्तर
सीएसओ के आंकड़ों के अनुसार इस साल प्रति व्यक्ति आय 1,03,007 रुपए रहने का अनुमान है। यह 2015-16 के 93,292 रुपए से 10.4 प्रतिशत अधिक होगी। पिछले साल इसमें 7.4 प्रतिशत वृद्धि हुई थी। प्रतिव्यक्ति के आय के साथ ही सीएसओ ने जीडीपी के भी आंकड़े जारी किए। 2011-12 के स्थिर मूल्यों के आधार पर इसके 7.6 प्रतिशत से घटकर 7.1 प्रतिशत रहने का अंदेशा व्यक्त किया गया है। लेकिन मौजूदा मूल्यों के आधार पर जीडीपी 135.76 लाख करोड़ से बढ़कर 151.93 लाख करोड़ रुपए हो जाएगी। यानी यह 11.9 प्रतिशत बढ़ जाएगी।
25 साल लगेंगे भारत को विश्व औसत तक पहुंचने में
विश्वबैंक के मुताबिक, मौजूदा मूल्यों पर भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 1,582 डॉलर है। इस लिहाज़ से हम ग़रीब देशों की श्रेणी में आते हैं। मध्य आय वाले देशों की प्रति व्यक्ति जीडीपी 6,000-7,000 डॉलर सालाना है। विश्व औसत 10,058 डॉलर का है। यदि हम सालाना 8-9 फीसदी बढ़ें तो 9 साल में आमदनी दोगुनी कर सकते है। इसका मतलब यह है कि हमें विश्व औसत तक पहुंचने में 25 साल का समय और लगेगा।
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