मीटिंग में झपकी लेना पड़ा भारी, कोरिया के मंत्री को तोप से उड़ाया
सियोल। अपनी क्रूरता के लिए प्रख्यात उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने की दो वरिष्ठ अधिकारियों को मौत के घाट उतरवा दिया है। उनकी गलती सिर्फ इतनी थी की एक मीटिंग के दौरान सो गए थे जिसके लिए उन्हें सैकड़ों लोगों के सामने तोप से उड़ा दिया। ये खबर दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने दी है।
दक्षिण कोरियाई मीडिया के अनुसार, अधिकारियों को मारने के लिए एंटी एयरक्राफ्ट गन का इस्तेमाल किया गया। ऐसा पहली बार नहीं है जब सार्वजनिक रूप से किसी को मौत की सजा देने के लिए एंटी एयरक्राफ्ट गन का प्रयोग किया गया हो। इससे पहले पिछले अक्टूबर में कई अज्ञात लोगों को इसी तरीके से मौत के घाट उतारा गया था।
एक इनमें से एक की पहचान री यांग-जिन के रूप में हुई है, जो शिक्षा मंत्रालय में अधिकारी था। री पर आरोप था कि वह किम जोंग की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान सो गए थे। किम जोंग-उन ने देखा कि अधिकारी उसकी बातों पर सिर नहीं हिला रहा है, जिससे वो गुस्से में आ गया। मौके पर ही अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया और फिर उससे पूछताछ हुई। अखबार का कहना है कि अधिकारी से पूछताछ के दौरान भ्रष्टाचार का भी खुलासा हुआ जिस वजह से उसे मौत की सजा दी गई।
वहीं, मौत की सजा पाने वाले दूसरे अधिकारी का नाम ह्वांग मिन है, जो कि कृषि मंत्रालय से था। उसे इसलिए मौत की सजा दी गई क्योंकि उसने जिन नीतियों का प्रस्ताव रखा, उन्हें किम जोंग-उन के नेतृत्व को सीधी चुनौती समझा गया। जिसके बाद ह्वांग को उत्तर कोरिया की संसद में हुई बैठक में हटा दिया गया था।