दीपिका पादुकोण को तो आप सब जानते ही हैं। अपने बॉलीवुड की वो हीरोइन जिसने बाजीराव मस्तानी में मस्तानीबाई का किरदार निभाया था। जी हां! वहीं अब बारी आ गई है उनके पिता प्रकाश पादुकोण का बर्थडे मनाने की। इसी महीने की 10 तारीख को प्रकाश पादुकोण का जन्मदिन है। उनकी पहचान सिर्फ दीपिका के पिता के रूप में नहीं बल्कि एक अलग ही रूप में है आइए आपको बताते हैं।
जबरदस्त बैडमिंटन प्लेयर है
प्रकाश पादुकोण का जन्म कर्नाटक के उदूप्पी जिले के कुंदापुरा गांव में हुआ था। जन्म का साल 1955 था और अब वो पूरे 62 साल के हो गए है। इन 62 सालों में उन्होंने कई बार देश का नाम रोशन किया है। दरअसल प्रकाश पादुकोण एक बैडमिंटन प्लेयर है या यूं कहें कि अपने जमाने में वे एक बेहतरीन बैडमिंटन प्लेयर रह चुके हैं।
पहले मैच में हार गए थे
प्रकाश पादुकोण का पहला मैच 1962 में कर्नाटक स्टेट जूनियर चैंपियनशिप में खेला था। इस मैच में वे पहली बार में ही बाहर हो गए थे लेकिन फिर उन्होंने तय किया कि अब हारना नहीं है। उन्होंने मेहनत की और दो साल बाद उसी चैंपियनशिप को उन्होंने अपने नाम कर लिया। इसके बाद बैडमिंटन के इस खेल में वे महिर होते चले गए।
सात साल तक नेशनल पर कब्जा
साल दर साल उन्होंने अपना खेल बदला और उन्हें नेशनल में खेलने का मौका मिला। यहां पर उनके अग्रेसिव अंदाज़ ने सभी को घायल कर दिया। ये चैंपियनशिप उन्होंने साल 1972 में जीती थी और अगले 7 साल तक ये खिताब इन्हीं के नाम रहा। साल 1978 में उन्होंने इंटरनेशनल टाइटल को भी अपने नाम किया। उन्होंने साल 1978 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्डमेडल जीता।
चीनियों को चकमा देने में माहिर
साल 1980 में उन्होंने दानिश ओपन और स्वीडिश ओपन जीता और इसे जीतने वाले वे पहले भारतीय बने। इसके बाद कई सारे खिताब उन्होंने अपने नाम किए। प्रकाश उन बैडमिंटन खिलाड़ियों में गिने जाते हैं जिन्होंने सबसे पहले ये बताया कि चीनियों से कैसे मुक़ाबल किया जाता है। वे चीनियों को खेल में चकमा देना बखूबी जानते थे।
प्रकाश की पूरी ज़िन्दगी बैडमिंटन को ही समर्पित है साल 1982 में उनके अथक प्रयासों और सरहानीय खेल के लिए उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया था इससे पहले उन्हें साल 1972 में अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था। उनकी दो बेटियां है पहली तो दीपिका पादुकोण जो मुंबई में रहती हैं और दूसरी अनिशा पादुकोण जो एक गोल्फर है, प्रकाश अब उन्हीं के साथ रहते हैं।