16 साल बाद भूख हड़ताल तोड़ेंगी इरोम, लड़ेंगी चुनाव
इम्फाल। सेना के कथित अत्याचारों और अफस्पा के विरुद्ध लगभग 16 साल से लगातार अनशन पर रहकर संघर्ष कर रही 42 वर्षीय इरोम शर्मिला अपना अनशन 9 अगस्त को खत्म करने जा रही हैं। मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला को कई साल से जबरन नाक में डाली गई ट्यूब के जरिये खिलाया-पिलाया जा रहा है।
मणिपुर में लडूंगी चुनाव, फिर शादी
भूख हड़ताल खत्म करने के बाद इरोम शर्मिला मणिपुर में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगी। उनके सहयोगियों के अनुसार, इरोम शर्मिला चुनाव लडऩे के साथ शादी भी करना चाहती हैं। शर्मीला को ‘आयरन लेडी’ भी कहा जाता है। वह पिछले 16 साल से भूख हड़ताल पर हैं।
कौन है इरोम
इरोम का जन्म 14 मार्च 1972 को हुआ था। उन्हें आयरन लेडी के नाम से भी जाना जाता है। वे इरोम नंदा और इरोम सखी देवी के 9 बच्चों में से सबसे छोटी हैं।
2000 से शुरू किया था अनशन
इरोम शर्मिला ने नवंबर, 2000 में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम-अफस्पा के विरुद्ध अनशन शुरू किया था। इस एक्ट के तहत सेना को मणिपुर में अतिरिक्त शक्तियां मिली हुई हैं। उल्लेखनीय है कि इरोम शर्मिला पर मार्च 2013 में एक ट्रायल भी चलाया गया था। यह ट्रायल उस शिकायत के लिए था जिसमें कहा गया था कि वह खुदकुशी करने की कोशिश कर रही हैं। यह ट्रायल अक्टूबर 2006 में किए गए आमरण अनशन के लिए था। इसमें शर्मिला अपनी आवाज को और बुलंद करने के लिए जंतर मंतर पर आकर बैठ गई थीं।
क्या है अफ्सपा कानून
अफ्सपा का मतलब होता है सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून। इस एक्ट के तहत सुरक्षा बलों को बिना वारंट के ही तलाशी करने गिरफ्तार करने और जरूरत पड़ने पर शूट करने का भी अधिकार है।