मुनाफ की चोट ने दिया था ईशांत को बॉलिंग हुनर दिखाने का मौका
ईशांत शर्मा को तो आप जानते ही होंगे। राइट आर्म फास्ट-मीडियम बॉलर और क्रिकेट की दुनिया का जाना-माना नाम। ईशांत सुर्खियों में तब आए जब 2008 में पर्थ टेस्ट में उन्होंने रिकी पॉन्टिंग की तरह अपनी बॉलिंग स्किल दिखाकर लोगों को चकित कर दिया। आज क्रिकेट की दुनिया में उन्हें यंग जवागल श्रीनाथ की परछाई माना जाता है। 2 सितंबर को उनका जन्मदिन है और इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं उनकी कुछ खास बातें।
आईपीएल के मिला था सबसे बड़ा अमाउंट
दिल्ली के रहने वाले ईशांत ने 14 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था। इसके बाद 18 साल की उम्र में उन्हें दिल्ली में रणजी ट्रॉफी के लिए चयनित किया गया था। ईशांत ने 2006 में भारत के लिए अंडर 19 में इंग्लैण्ड और पाकिस्तान के खिलाफ बॉलिंग की। उन्होंने भारत की तरफ से 3 यूथ टेस्ट और 6 यूथ वनडे इंटरनेशनल खेले। बांग्लादेश के दौरे के दौरान मुनाफ पटेल को लगी चोट ने ईशांत को पहला मौका दिया। इसके बाद जब टेस्ट सीरीज के लिए भारत ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर था तब ईशांत के हुनर से सभी हैरान थे। उनकी बॉलिंग को काफी सराहना मिली। 2008 में हुए इस दौरे में ईशांत की बेहतरीन परफॉरमेंस के लिए उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग के लिए होने वाली टीम की नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए चुना गया। इसके लिए उन्हें साढ़े 9 लाख डॉलर ऑफर किए गए। उस समय ये किसी बॉलर को दिया जाने वाला सबसे बड़ा अमाउंट था। इसके बाद दुबले-पतले से इस लड़के ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज उनकी सफलता से हर कोई वाकिफ़ है।
कुछ इस तरह किया था गर्लफ्रैंड को प्रपोज
अपने खेल के अलावा ईशांत तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने बास्केटबॉल प्लेयर प्रतिमा सिंह से सगाई की। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में प्रतिमा ने कहा था कि ’’ईशांत बेहद सभ्य हैं जो दूसरों की केयर करना जानते हैं। हम पिछले कई साल से एक-दूसरे को डेट कर रहे थे और मुझे यह लगा कि ईशांत दुनिया का सबसे बेहतरीन व्यक्ति हैं। ईशांत ने मुझे कार में गुलाब के फूलों और गिफ्ट के साथ प्रपोज किया था।’’ दिसंबर के अंत तक दोनों शादी के बंधन में बंधेंगे।
सिंह सिस्टर्स लाईं थीं दोनों को करीब
ईशांत की मंगेतर प्रतिमा मूल रूप से वाराणसी की हैं और इंडियन वुमन्स नेशनल बास्केटबॉल टीम की प्लेयर हैं। प्रतिमा की 3 बहनें हैं। प्रशांति सिंह, दिव्या सिंह, प्रियंका सिंह, आकांक्षा सिंह और प्रतिमा। चारों या तो इंडिया के लिए बास्केटबॉल खेल चुकी हैं या खेल रही हैं। इन्हें बास्केटबॉल के खिलाड़ी ’सिंह सिस्टर्स’ के तौर पर जानते हैं। इन दोनों को करीब लाने में सिंह सिस्टर्स की बहुत बड़ी भूमिका रही है। प्रतिमा की बड़ी बहन आकांक्षा के दोस्त के जरिए ही दोनों की मुलाकात हुई थी।
ईशांत फिलहाल भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। हालांकि, आईपीएल 2016 में पुणे सुपरजाइंट्स की ओर से खेलते हुए उन्होंने अच्छी परफॉरमेंस दी थी।