करवा चौथ स्पेशलः सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए…. यह गीत जुंबा पर आते ही करवा चौथ की तैयारियों के बारे में सोचने लगते हैं। उस दिन कैसा दिखना है, क्या पहनना है, कैसे तैयार हों कि जब पति देखें तो बस देखते ही रह जाएं। कल यानी 19 अक्टूबर को करवा चौथे है तो आइए जानते है अपने पति का दिल जीतनें के लिए कैसे करें सोलह श्रृगांर….
नथनी
नथनी, जिसे नथ भी कहा जाता है, आपके चेहरे की रौनक को बढ़ाने में बेहद खास भूमिका अदा करती है। मांग टीका और नथनी मिलकर आपके चेहरे की रौनक को इतना बढ़ा देते हैं, कि आपके ”वो” अगर चाहें भी तो आपसे नजर नहीं हटा सकते। तो फिर नथनी से दुल्हन की तरह अपने चेहरे की रौनक को बढ़ाना न भूलें।
मांग टीका
मांग टीका जब तक माथे पर न सजे, दुल्हन भी दुल्हन न लगे। जी हां, मांग टीका आपके मुखमंडल की शोभा को इतना बढ़ा देता है, कि हर नजर आप पर आकर यूं ही टिक जाती है। आजकल बाजार में एक से बढ़कर एक प्रकार और डिजाइन में मांग टीके उपलब्ध हैं, जिनमें कुंदन, स्टोन, मोती, मीनाकारी और फूलों से बने मांगटीके प्रमुख हैं। आप चाहें तो राजस्थानी रखड़ी से भी राजवाड़ी दिख सकती हैं।
बिंदी
बिंदी के बिना सुहागन का श्रृंगार अधूरा-सा लगता है। आप कितनी भी आधुनिक हों, लेकिन करवा चौथ के दिन पिया के नाम की बिंदी जरूर लगाइए। यकीन मानिए माथे पर चांद सी दमकती बिंदिया आपकी आभा का निखारने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। और यह आपके पिया को करीब होने का एहसास दिलाएगी।
सिंदूर
मांग में सिंदूर के बिना सुहागन के सारे श्रृंगार व्यर्थ हैं। आप उनकी सुहागन हैं, इस बात का प्रतीक है आपकी मांग का सिंदूर। आपके पिया के सौभाग्य रूप में धरती पर होने का संदेश है आपका सिंदूर। रोजाना भले ही आप नियम से अपनी मांग में सिंदूर भरती हैं, लेकिन करवाचौथ का सिंदूर बेहद खास होगा। पारंपरिक दुल्हन बनने की ख्वाहिश हो तो आप इसे अपनी मांग में पिया की लंबी उम्र की तरह ही लंबा भर सकती हैं। उन्हें आपसे दोबारा प्रेम हो जाएगा।
कजरारे नैनों का जादू जब पिया पर चल जाए, फिर दोबारा मोहब्बत से भला कौन रोक पाए। जी हां आंखों से ही आपके मन के भावों की अभिव्यक्ति होती है। और जब बात हो जीवनसाथी की, तो भावों की अभिव्यक्ति जितने सुंदर तरीके से दी जाए उतना ही प्रेम बढ़ता है। तो करवा चौथ पर कजरारे नैनों से प्रेम का जादू बिखेरना बिल्कुल न भूलिए।
पिया के नाम का मंगलसूत्र सोलह श्रृंगार का सबसे अहम हिस्सा है। यह मंगलसूत्र है तो नारी के लिए सारे साज-श्रृंगार हैं, अगर नहीं है तो सब सूना है। एक मंगलसूत्र अकेला ही जीवन के संपूर्ण श्रृंगार का बखान करता है। आप चाहें तो अपने फेरों का मंगलसूत्र पहन सकती हैं, या फिर बाजार में कई तरह के डिजाइनर मंगलसूत्र भी उपलब्ध हैं।
हाथों में चूड़ियों की खनक, न केवल पति-पत्नी के प्रेम की ओर संकेत करती हैं, बल्कि मन को प्रफुल्लित भी रखती हैं। बेशक आपके पिया को भी बेहद पसंद होगी आपकी चूड़ियों की यह खनक। तो फिर खूबसूरत, खनकती चूड़ियों को पहनने में कोई कोताही नहीं रखिएगा।
पतली पायल हो या मोटी पायजेब, आपके पैरों की खूबसूरती को ही नहीं बढ़ाती बल्कि इनके घुंघरुओं की मीठी सी छनक, आपके पतिदेव का दिल भी धड़काती हैं। तो करवा चौथ पर इसकी छनक से पिया का दिल जीतना मत भूलिएगा।
बिछिया भी सुहागन स्त्री का प्रतीक है। कुछ भी कहो, इसके बिना सुहागन के पैरों की रौनक ही गायब होती है। करवाचौथ पर सादगी भरी बिछिया पहनने के बजाए, घुंघरु व चेन वाले सुंदर बिछिया से पैरों को सजाएं। कुंदन, हीरा व मोती वाली बिछिया भी आप पहन सकती हैं, और अपने परिधान से मिलती-जुलती भी।
खास तौर से साड़ी, लहंगा या कोई पारंपरिक परिधान आपके करवा चौथ को खास बनाने का काम करेगा। आप अगर चाहें तो अपनी शादी का जोड़ा पहनकर, सुहानी यादों को ताजा कर सकती हैं।