देश में हर साल कई लोग घुटनों की सर्जरी यानि नी ट्रंासप्लांट कराते हैं। ऐसे में ये सर्जरी भी देश की महंगी सर्जरीज में शामिल हो गई थी। लेकिन अब घुटनों की सर्जरी कराना काफी सस्ता हो जाएगा। जी हां, अब देश के बड़े अस्पतालों में भी अब घुटनों की सर्जरी 70 फीसदी से कम फीस पर हो पाएगी। सरकार ने हार्टपेशंट के लिए स्टंट की कीमत कम करने के बाद अब घुटने की सर्जरी के नए रेट तय कर दिए हैं। नए रेट के मुताबिक सर्जरी की कीमत 54 हजार से 1.14 लाख रूपए तय की गई है। घुटनों की सर्जरी के लिए ये कीमत पहले के तय रेटों से 70 फीसदी कम है।
बता दें कि सरकार के इस कदम से निजी हॉस्पीटल मरीजों से सर्जरी के लिए मनमानी फीस नहीं वसूल पाएंगे। लेकिन ख्ुादरा मूल्य तय होने के बाद अब मरीजों द्वारा इस तरह की सर्जरी कराने में सालाना 1500 करोड़ रूपए की बचत हो सकती है। रसायन और उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा है कि सरकार अवैध और अनैतिक तरीके से मुनाफा कमाने के ट्रेंड पर चुपचाप नहीं रहेगी।
सरकार के आंकड़ों के अनुसार देश में करीब डेढ़ से दो करोड़ लोग इस तरह की बीमारी से ग्रस्त हैं। भारत में हर साल 1.2 लाख से डेढ़ लाख ऐसे ऑपरेशन होते हैं। बता दें कि कैंसर और ट्यूमर के लिए स्पेशल इंप्लांट के मामले में वर्तमान में कीमत 4-9 लाख से घटाकर 1, 13, 950 रूपए कर दी गई है। सरकार ने ये भी साफ कर दिया है कि घुटनों की सर्जरी के साथ जीएसटी भी लगेगा।